अधिवक्ता ने सीएम को लिखा खून से खत, सोनभद्र में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर पर लगाए आरोप...
युवा अधिवक्ता दीपक सिंह राजवीर ने सोनभद्र में तैनात एक इंस्पेक्टर के खिलाफ मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। युवा अधिवक्ता दीपक सिंह राजवीर ने सोनभद्र में तैनात एक इंस्पेक्टर के खिलाफ मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है. आरोप है कि इंस्पेक्टर पंकज पांडेय अपनी पत्नी से फर्जी शिकायत पत्र दिलवाकर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करवाना चाहता है.
मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायत पत्र में अधिवक्ता दीपक सिंह राजवीर ने कहा कि वह एक जमीन के विवाद में कोर्ट में अपने करीबी राजेंद्र राय की पैरवी कर रहे है. जिसके विपक्षी इंस्पेक्टर पंकज पांडेय है. आरोप है कि पहले पंकज पांडेय ने अधिवक्ता को तरह - तरह के प्रलोभन दिया. जब अधिवक्ता नहीं माने तो उन्हे धमकी दी. आरोप है कि इंस्पेक्टर ने कहा कि दो दशक में उसने कई बदमाश पकड़े है, एक-दो को तुम्हारे पीछे लगा दूंगा.
आईजीआरएस पर शिकायत
अधिवक्ता ने आईजीआरएस पर की गई शिकायत की जांच रिपोर्ट संलग्न करते हुए बताया कि जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है वह सिरगोवर्धनपुर में है. जमीन पर उनके मुवक्किल राजेंद्र राय के पक्ष में न्यायालय के आदेश भी है. उससे क्षुब्ध होकर मडौली (मंडुवाडीह) निवासी इंस्पेक्टर पंकज पांडेय की पत्नी सुष्मिता पांडेय ने आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई. अधिवक्ता ने कहा कि उनके विरूद्ध न केवल लंका और चितईपुर बल्कि पूरे देश में एक भी अभियोग पंजीकृत नहीं है. लंका और चितईपुर पुलिस निष्पक्ष जांच न की होती तो इंस्पेक्टर फर्जी मुकदमें में फंसाने में सफल रहता. आरोप लगाया कि पूरे प्रकरण में एडीजी वाराणसी जोन और एसपी सोनभद्र को अवगत करवाया गया, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई न होने से इंस्पेक्टर का मन बढ़ गया. अधिवक्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है.