JRS कोचिंग के बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरी सील, अन्य तीन पर कार्रवाई, कई संस्थानों को नोटिस
दिल्ली की घटना के बाद शासन से मिले निर्देश के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण एक्शन में आ गई है. मंगलवार को पूरे दिन कार्रवाई के बाद बुधवार को भी कोचिंग चेक करने का सिलसिला जारी रहेगा. कार्रवाई को लेकर पूरे दुर्गाकुंड में हड़कंप मचा हुआ है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग के बेसमेंट में हुए हादसे के बाद यूपी सरकार सख्त रुख अपना ली है. वीडीए के सचिव वीपी मिश्रा अपनी अगुवाई में टीम के साथ कई कोचिंग संस्थाओं पर छापेमारी की. दिल्ली के हादसे के बाद भी वाराणसी के बेपरवाह कोचिंग संचालक नहीं चेते और मानक के विरुद्ध छात्रों को बेसमेंट में लाइब्रेरी संचालित करने से लेकर कक्षाएं चला रहे है. जब टीम नामचीन कोचिंग में छापेमारी की तो कई संचालकों ने जिले के अफसरों से पहचान होने की बात कहकर रुआब ऐंठने की कोशिश की, लेकिन टीम किसी एक की न सुनी और खामियां मिलने से कार्रवाई की. वीडीए के कार्रवाई से क्षेत्र के मानक के विरुद्ध संचालित कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया है.
वीडीए की टीम सबसे पहले महमूरगंज स्थित फीट-जी और कैट-जी कोचिंग पहुंची. जहां जांच में बेसमेंट में क्लास चलते न मिलने से टीम भवन के मैपिंग की जांच के लिए नोटिस जारी कर उन्हें कागजात के साथ ऑफिस में बुलाया. उसके बाद टीम रविंद्रपुरी स्थित डिजाइन स्क्वायर कोचिंग सेंटर पहुंची. यह कोचिंग बेसमेंट में संचालित हो रही थी, जिसे वीडीए की टीम ने कागजात मांगा जिसे दिखाने में वह असमर्थ रहे. जिसके बाद कोचिंग को टीम ने सीज कर दिया.
टीम घंटों जांच के बाद की कार्रवाई
वीडीए की टीम उसके बाद रविंद्रपुरी रक्षक कोचिंग सेंटर पहुंची. भेलूपुर वीडीए जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में टीम अचानक पहुंची तो यहां भी बेसमेंट में कोचिंग चल रहा था, जिसे तत्काल सील कर दिया. भेलूपुर जोन में वीडीए के अधिकारियों ने 10 से अधिक कोचिंग संस्थानों में छापेमारी मारी जिसमें 2 संस्थानों को सील कर दिया गया। वीडीए की यह कार्रवाई शाम तक चलेगी. मौजूदा समय में शहर के चार अलग-अलग छापेमारी का काम चल रहा हैं, जो आगे चलता रहेगा.
जेआरएस और माई क्लासरूम पर भी कार्रवाई
दुर्गाकुंड के नामचीन कोचिंग जेआरएस ट्यूटोरियल पर टीम सचिव वीपी मिश्रा के साथ पहुंची. टीम जैसे ही बेसमेंट में पहुंची तो देखा कि संचालक छात्रों के लिए वहां लाइब्रेरी बनवा रखी है और वहां बच्चे पढ़ाई कर रहे है. सचिव में कोचिंग के मैनेजर और संचालक से बिल्डिंग के नक्शे और कागजात मांगे. कई चक्रों में हुई बात के बाद बेसमेंट में लाइब्रेरी के संचालक को गैर- कानूनी ठहराते हुए सील कर दिया. उसके बाद टीम माई क्लासरूम कोचिंग सेंटर पहुंची. जहां बेसमेंट में ही क्लास संचालित हो रही थी. टीम पहुंची तो बेसमेंट में स्टूडेंट्स एक्जाम दे रहे थे. टीम ने इस कोचिंग के बेसमेंट को भी सील कर दिया.
दर्ज करवाएंगे एफआईआर
वाराणसी विकास प्राधिकरण के सचिव वीपी मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह कार्रवाई आज से शुरु हुई है और हम वाराणसी के सभी जोन में संचालित कोचिंग सेंटर में जाएंगे. बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग या स्टोर रुम के लिए होता है. यदि नियम विरुद्ध कुछ भी संचालित होगा तो कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि हमने जिन-जिन संस्थानों में सील करने की कार्रवाई की है, यदि कोई सील तोडकर अन्य कार्य में इस्तेमाल करता है तो एफआईआर दर्ज करवाकर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
हॉस्टल-अस्पताल और पैथोलॉजी भी रडार पर
भेलूपुर वीडीए जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी ने बताया कि शासन के निर्देश पर यह कार्रवाई चल रही है. पहले कोचिंग के बेसमेंट चेक करने के बाद बेसमेंट में चल रहे हॉस्टल की सूचना मिली है, उस पर भी कार्रवाई करेंगे. हम यह भी देखेंगे कि कही रेजिडेंशियल बिल्डिंग का कामर्शियल इस्तेमाल तो नहीं हो रहा है. इसके अलावा बेसमेंट में अस्पताल और पैथोलॉजी संचालित होने की भी सूचना मीडिया के माध्यम से मिली है, उन पर भी कार्रवाई होगी.