BJP आईटी सेल के रितिक से दुर्व्यवहार: दरोगा सहित 5 पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ मुकदमा, जांच के बाद हुए निलंबित...

misbehaved with BJP IT Cell Hrithik. Case registered against 5 policemen including Sub Inspector. suspended after investigation. बीजेपी आईटी सेल ऋतिक से दुर्व्यवहार करना दरोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया है. मारपीट वसूली सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

BJP आईटी सेल के रितिक से दुर्व्यवहार: दरोगा सहित 5 पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ मुकदमा, जांच के बाद हुए निलंबित...

वाराणसी,भदैनी मिरर। लंका थाने के नगवां चौकी पर तैनात दरोगा सहित चार सिपाहियों और एक अज्ञात व्यक्ति पर मारपीट और जबरन वसूली के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिसकर्मियों को गाज भी गिर गई है। पीड़ित भाजपा महानगर आईटी सेल के सह-संयोजक रितिक मिश्रा की तहरीर पर कार्रवाई हुई है। इससे पहले मुकदमा दर्ज करने के लिए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लंका थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था।

चेकिंग के नाम पर दुर्व्यवहार

गंगा विहार कालोनी के सामनेघाट के रहने वाले बीजेपी आईटी सेल के सह-संयोजक रितिक मिश्रा का आरोप है कि रात करीब दस बजे वह काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। नगवां चौकी के पास सिपाही ने रोक कर वाहन चेकिंग के नाम पर बाइक की चाभी निकाल ली।
इसके बाद चौकी पर बैठे दारोगा ने गाली-गलौज के साथ मार-पीट की।  इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता लंका थाने पहुंचे और दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि बाद में पुलिन ने किसी तरह भाजपा कार्यर्ताओं को समझा कर शांत कराया और वापस भेज दिया। उच्चाधिकारियों के आदेश पर एसीपी भेलूपुर से जांच कराई गई तो आरोप सत्य मिले। जिसके बाद उपनिरीक्षक रविशंकर निषाद, कांस्टेबल राकेश यादव सहित 3 अज्ञात सिपाही और 1 अज्ञात बाइक सवार के खिलाफ आईपीसी 279, 427, 342, 323, 504 और 384 में मुकदमा पंजीकृत हुआ है। 

ACP की रिपोर्ट पर हुई निलंबन की कार्रवाई

घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जब आक्रोश व्यक्त किया तो डीसीपी काशी जोन रामसेवक गौतम ने प्रारंभिक जांच एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह को सौंपी। जांच में दोषी मिलते ही डीसीपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए है। उधर, पंजीकृत मुकदमें की जांच के लिए निर्देश दिए है। घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और पुलिस की क्षवि भी धूमिल हुई है।