दिन भर सियासी हलचल रही तेज, जानें NDA और I.N.D.I.A गठबंधन के बैठक में क्या-क्या हुई र्चचा
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बुधवार को देश के जनता की निगाहें पूरे दिन दिल्ली की सियासी हलचल पर टिकी रही. एक तरफ एनडीए तो दूसरी तरफ इंडी गठबंधन कौन सा खेला करेगा इसकी उत्सुकता बनी रही.
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बुधवार को देश के जनता की निगाहें पूरे दिन दिल्ली की सियासी हलचल पर टिकी रही. एक तरफ एनडीए तो दूसरी तरफ इंडी गठबंधन कौन सा खेला करेगा इसकी उत्सुकता बनी रही. शाम होते-होते स्प्षट हो गया कि एनडीए तीसरी बार दिल्ली के सिंहासन पर राज करेगी ,तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्किार्जुन खरगे ने साफ कर दिया कि इंडी गठबंधन सरकार बनाने के कोई भी प्रयास नहीं करेंगी. इंडी गठबंधन के एलान के पहले ही नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. दिनभर चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री पर सबकी नजरे टिकी थी, लेकिन बैठक के बाद पीएम मोदी के साथ एनडीए के सभी शीर्ष नेताओं के साथ सामने आई तस्वीर ने एनडीए की एकता को साफ कर दिया है.
बुधवार (5, जून) को NDA गठबंधन की बैठक हुई. बीजेपी समेत 16 दलों के नेताओं ने शिरकत की. इस बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया. जिसमें कहा गया कि भारत के 140 करोड़ देशवासियों ने पिछले 10 सालों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से देश को हर क्षेत्र में विकसित होते देखा है. बहुत लंबे अंतराल, लगभग 6 दशक के बाद भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से सशक्त नेतृत्व को चुना है.
NDA की बैठक में हुई ये चर्चा
प्रस्ताव में कहा गया, ''हम सभी को गर्व है कि 2024 का लोकसभा चुनाव एनडीए ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता से लड़ा और जीता. हम सभी एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुनते हैं. मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार भारत के गरीब-महिला-युवा-किसान और शोषित, वंचित व पीड़ित नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत की विरासत को संरक्षित कर देश के सर्वांगीण विकास हेतु एनडीए सरकार भारत के जन-जन के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कार्य करती रहेगी.''
इंडी गठबंधन की बैठक में हुई ये चर्चा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आधिकारिक आवास '10, राजाजी मार्ग' पर इंडिया' गठबंधन दलों की बैठक हुई. इस मीटिंग में सरकार गठन की संभावनाओं और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई. इस दौरान खरगे ने कहा कि इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ है, लेकिन वो इसे नकारने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. बैठक में खरगे के अलावा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत सहित कई अन्य नेता शामिल हुए.
कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में अपने संबोधन में कहा, "मैं ‘इंडिया' गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं. हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताक़त से लड़े. आप सबको बधाई. 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ख़िलाफ़ है. चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत न देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ़ संदेश दिया है."
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद मंगलवार (4, जून) को घोषित हो गए थे. NDA गठबंधन के खाते में 293 सीटें आई हैं. जबकि इंडिया अलायंस को 234 सीटों पर संतोष करना पड़ा.