युवा और बच्चों को भी हो रहा मधुमेह, बोले एक्सपर्ट डॉ अश्विनी कुमार टण्डन डायबिटीज करता अन्य बीमारियों को आमंत्रित...
Youth and children are also getting diabetes, Expert Dr Ashwini Kumar Tandon says diabetes invites other diseases. केवल बुजुर्गों को ही नहीं अभी युवा और बच्चे भी मधुमेह की चपेट में आ रहे हैं. एस्फाल्ट डॉ अश्विनी कुमार टंडन कहते हैं डायबिटीज मीठा जहर है जो अपने साथ अन्य बीमारियों को भी लेकर आता है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। वर्तमान में जीवन जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा और लोगों के रहन-सहन में बदलाव आ रहा उतनी ही तेजी से बीमारियां भी दस्तक दे रही है। इनमें से एक है डायबिटीज। जो न सिर्फ अधिक उम्र के लोगों को बल्कि आज के समय में युवा और बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। यह एक ऐसा खतरनाक रोग है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। एक बार यह बीमारी होने पर जीवनभर इसका साथ रहता है। उक्त बातें शिवपुर स्थित जमुना सेवा सदन हॉस्पिटल के कंसल्टेंट फिजिशियन, कार्डियोलॉजिस्ट व डायबिटोलॉजिस्ट डॉ अश्विनी कुमार टण्डन ने भदैनी मिरर से एक औपचारिक बातचीत में कही।
डॉ टंडन ने बताया कि डायबिटीज एक मीठा जहर है। हमारे रक्त में जब शर्करा यानी शुगर बढ़ जाता है तो डायबिटीज होता है। इससे इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता है। इसमें कई तरह की समस्याओं से सामना भी होता है। अगर इसको नजरअंदाज किया जाये तो शरीर के दूसरे अंग निष्क्रिय हो सकते हैं। इस बीमारी में दूसरे अंगों में इसका असर नहीं दिखता है लेकिन अगर ब्लड में शुगर की मात्रा अधिक बढ़ जाये तो इसके कारण 5-10 साल में दूसरे अंग भी प्रभावित होने लगते हैं।
डायबिटीज से गुर्दे, आंखों और पैर की नसों में कुछ खराबी आ सकती है। इससे दिल की बीमारी के बढ़ने की संभावना सबसे अधिक रहती है। इसके कारण लकवा होने और पैर में रक्त संचार बाधित होने का खतरा अधिक रहता है। इसके कारण अगर कोई आर्टरी ब्लॉक होती है तो हार्ट अटैक हो सकता है। इसके अलावा ब्रेन में भी रक्त की सप्लाई बाधित होने से ब्रेन स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। यह स्थिति अचानक से नहीं आती है बल्कि यह 10 साल पुराने इतिहास के कारण होता है। डॉ टंडन बताते हैं कि डायबिटीज वंशानुगत भी होता है। इससे बचाव के लिए खानपान का ध्यान देना और समय पर खाना व्यायाम करना अतिआवश्यक है।
22 वर्षों से दे रहे निःशुल्क सेवा
डॉ टण्डन बताते हैं कि जमुना सेवा सदन अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार को निःशुल्क ओपीडी की सुविधा दी जाती है। लगभग 22 वर्षों से सुविधा दी जा रही, जिसमें अबतक 2 लाख से ज्यादा मरीज देखे जा चुके हैं।