BHU पहुंचे केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू बोले- राहुल गांधी भारत तोड़ो यात्रा पर है
केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को वाराणसी आए। इस दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वह जनजाति विद्रोहाें पर आधारित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बीएचयू पहुंचे।
वाराणसी,भदैनी मिरर। केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को वाराणसी आए। इस दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वह जनजाति विद्रोहाें पर आधारित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए बीएचयू पहुंचे। बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 'BHU अपने आपमें एक शहर है। इसकी प्रतिष्ठा दुनिया में हर जगह है। मुझे तो यूपी-बिहार के टीचरों ने पढ़ाया है। रामायण का ज्ञान यहीं के टीचरों से प्राप्त किया और उन टीचरों पर BHU की छाप रही। मैं यहां के लॉ कॉलेज के प्रोफेसरों और छात्रों से कहना चाहता हूं कि आप लोग हिंदी में ही कानून की बाते करें। यहां से आप कहीं ज्यूडिशरी सर्विस में जाए तो वहां भी सुनवाई और फैसलों को हिंदी में ही बढ़ावा दें। जब से इस देश में कानून मंत्री बना, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के जजों और अधिवक्ताओं के साथ मिला तो उनसे यही कहता हूं कि जो अंग्रेजी में बहस करते हैं उनको प्राथमिकता देने की कोई जरूरत नहीं है। किसी को पढ़ाई का विशेष दर्जा मिला तो अंग्रेजी जानने लगा और वह बहुत बड़ा ज्ञानी हो गया। ऐसा बिल्कुल न सोचे। सोच में प्रॉब्लम है। सुप्रीम कोर्ट के कुछ तथाकथित सीनियर वकील यह सोच के बैठे हैं कि देश का पथ वो लोग निर्धारित करेंगे। मैं ये मानता हूं कि कि किसी देश की शुरुआत राजधानी से नहीं सीमाओं से होते हैं। देश राजधानी से नहीं बल्कि सीमाओं का जोड़कर बनते हैं। इसलिए गलत फहमी में न रहें। मैं देश के कानून मंत्री के हिसाब से नहीं नागरिक के हिसाब से कहता हूं कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से स्वदेशी की जागृति फिर से पैदा कर पाए हैं।
राहुल गांधी को न लें सीरियस
कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह भारत तोड़ो यात्रा कर रहे हैं। राहुल गांधी देश को जोड़ने का नहीं, तोड़ने का काम कर रहे हैं। उनको सीरियसली न लीजिए। वो हर प्रदेश को दूसरे प्रदेश से अलग करने का काम कर रहे हैं। उनको उनको ध्यान से सुनिए। भाषा, जाति और धर्म को लेकर भारत को बांट रहे हैं। उनकी बात ही न की जाए। संयोग की बात है कि आदिवासियों में मैं पहला व्यक्ति हूं जो देश का कानून मंत्री बना। इस जिम्मेदारी में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग कर रहे हैं। भारत सरकार में 3 कैबिनेट मंत्री और 5 राज्यमंत्री हैं। यानी कि कुल भारत में इस कम्युनिटी से कुल आठ मंत्री हैं। हमारे जंगलों में जिस परंपरा के साथ आदिवासी रहते हैं वहीं मुख्यधारा है।हम आजादी का अमृत महाेत्सव मना रहे हैं तो इस चीज को देंखें कि हम देश को कहां ले जा रहे हैं।