गंगा आरती से पहले गंगोत्री सेवा समिति के महाप्रबंधक मनीष शंकर दुबे को दी गई श्रद्धांजलि

दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से होने वाली दैनिक गंगा आरती में गुरुवार को समिति के महाप्रबंधक रहे स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे को श्रद्धांजलि अर्पित की गई

गंगा आरती से पहले गंगोत्री सेवा समिति के महाप्रबंधक मनीष शंकर दुबे को दी गई श्रद्धांजलि

वाराणसी, भदैनी मिरर। दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से होने वाली दैनिक गंगा आरती में गुरुवार को समिति के महाप्रबंधक रहे स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर समिति के लोगों ने उन्हें याद कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. 

समिति के संस्थापक अध्यक्ष पंडित किशोरी रमण दुबे बाबू 'महराज' ने स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे की समर्पित सेवा और निस्वार्थ योगदान पर प्रकाश डाला. बाबू महाराज ने अश्रुपूरित शब्दों में कहा कि स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे समिति से लगायत जरूरतमंदों तक के लिए हर समय मौजूद रहते थे. जीवन पर्यंत उन्होंने जरूरतमंदों की सेवा की. गरीब बेटियों की शादी हो या अस्पताल में भर्ती किसी मरीज के देखभाल की समस्या वह कभी मदद करने से पीछे नहीं हटे. 

गंगोत्री सेवा समिति के सचिव पंडित दिनेश शंकर दुबे श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे को याद करके भावुक हो उठे. उन्होंने पुरानी यादों को साझा करते हुए कहा कि मनीष हमेशा परेशान लोगों के लिए खड़े रहते थे. आज से ठीक साल भर पहले वह हम सब को छोड़कर चले गए. 

समिति के संदीप दुबे सोनू महाराज ने बताया कि यकीन नहीं होता कि वह हमारे बीच नहीं हैं. उनके द्वारा बनाए गए मार्ग पर आज भी समिति चल रही है. श्रद्धांजलि सभा के बाद मां गंगा की आरती की गई. गोलोकवासी स्वर्गीय मनीष शंकर दुबे की आत्मशांति के लिए इस दौरान समिति के लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की.