दरोगा का बिल्ला और स्टार नोचने वाले हो गए भूमिगत, पूर्व IPS अफसर ने दो मामलों में की कार्रवाई की मांग...

गोदौलिया (दशाश्वमेध) पर बिना नंबर प्लेट की बाइक रोकने पर ऑनड्यूटी दरोगा और पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोपियों के घर पुलिस ने दबिश दी.

दरोगा का बिल्ला और स्टार नोचने वाले हो गए भूमिगत, पूर्व IPS अफसर ने दो मामलों में की कार्रवाई की मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गोदौलिया (दशाश्वमेध) पर बिना नंबर प्लेट की बाइक रोकने पर ऑनड्यूटी दरोगा और पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोपियों के घर पुलिस ने दबिश दी. सभी नामजद आरोपी मोबाइल बंद कर घर से फरार हो गए है. एफआईआर लिखे जाने के बाद पुलिस उन्हे तलाशने का दावा कर रही है, जबकि सूत्र बता रहे है कि इस मामले में पुलिस पर ऊपर से दबाव है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मनबढ़ों पर कार्रवाई की मांग की है. अब पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने भी कार्रवाई की मांग की है.

मूल खबर: तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई गाड़ी रोकने की: पुलिसकर्मियों संग मारपीट करने वालों पर बलवा सहित हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज...

बता दें, दशश्वमेघ थाने में दरोगा आनंद प्रकाश की तहरीर के आधार पर नीतीश सिंह, नितेश नरसिंघानी, राहुल सिंह, सन्नी गुप्ता, गप्पू सिंह के आलावा 10-15 लोग अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 332, 352, 307, 504, 506, 427 के अलावा आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम की धारा 7, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3 और 4 में मुकदमा दर्ज किया है.

कार्रवाई नहीं तो पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग

आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मंगलवार को यूपी के डीजीपी, एसीएस होम तथा मुख्य सचिव को पत्र लिखकर वाराणसी में दो स्थानों पर पुलिस पर हुए हमले में 3 दिन में कार्रवाई की मांग की है. अपने पत्र में उन्होंने कहा कि सोमवार को वाराणसी में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से चितईपुर थाने के अंदर इंस्पेक्टर के साथ तथा दशाश्वमेध थाने के गोदौलिया चौराहे पर युवा दरोगा आनंद प्रकाश के साथ खुलेआम हिंसक और आक्रामक घटनाएं की गई. इन दोनों मामलों में अब तक पुलिस द्वारा कोई सक्षम और सुदृढ़ कार्रवाई नहीं की गई है. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस कमिश्नर वाराणसी द्वारा इन दोनों मामलों में राजनीतिक दबाव में लीपापोती की जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि इन दोनों मामलों में 3 दिनों में सुदृढ़ कार्रवाई नहीं होती है तो वह पुलिस कमिश्नर वाराणसी को सत्ता पार्टी के दबाव में काम करने के आरोपों में पद से हटाए जाने की मांग करेंगे.

चितईपुर थाने में भी हुआ था बवाल

कर्मजीतपुर (चितईपुर) इलाके में रहने वाले बीएचयू  कर्मी राजेंद्र सिंह पटेल के घर पर चढ़कर सोमवार को उनके पड़ोस में रहने वाले कुछ लोगों ने लाठी और चाकू हमला कर दिया. आरोप था कि पुलिस तहरीर बदलने की बात कर रही थी. राजेंद्र सिंह पटेल के समर्थन में कुछ नेता पहुंचे. आरोप है कि पुलिस ने बत्तमीजी की थी. वहीं पुलिस का कहना हैं कि समर्थन में आए लोगों ने पुलिस से दुर्व्यवहार किया. पुलिस पर अनर्गल दबाव बनाने की कोशिश की.