पत्नी ने ही गला रेतवाकर प्रेमी से पति को उतरवाया था मौत के घाट, पुलिस से कुबूला गुनाह, CO सदर ने किया पर्दाफाश...

पत्नी ने ही गला रेतवाकर प्रेमी से पति को उतरवाया था मौत के घाट, पुलिस से कुबूला गुनाह, CO सदर ने किया पर्दाफाश...

वाराणसी,भदैनी मिरर। रोहनियां के खनाव गांव में हुई अज्ञात व्यक्ति के हत्या के गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दिया है। मृतक के भाई सुनील कुमार द्वारा ने शव की शिनाख्त की थी। खंडहर में मिला शव  मिर्जामुराद के छतेरी मानापुर निवासी ताराशंकर बिंद का था। भाई की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु की तो चौकाने वाले खुलासे हुए।


घटना के बाद एसपी देहात अमित वर्मा ने खुलासे के लिए सीओ सदर डॉ. चारु द्विवेदी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रोहनियां प्रवीण कुमार के साथ तीन टीमें गठित की थी। खुलासा करते हुए सीओ सदर डॉ. चारु द्विवेदी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और मुखबीर की सूचना पर यह तथ्य सामने आया की पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की योजना बनाई और मौत के घाट उतरवा दिया। 


सीओ सदर डॉ. चारु त्रिवेदी ने आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि इंस्पेक्टर रोहनियां प्रवीण कुमार की टीम ने हत्या में शामिल मृतक की पत्नी कविता उसके प्रेमी अजय यादव उर्फ पप्पू निवासी दीनापुर थाना करंडा गाजीपुर और उसके साथी  दीपू को शनिवार की रात्रि अखरी चौराहे के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया। जिनसे अजय की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू को बरामद कर लिया है।

 पुलिस से कुबूलनामा


पुलिस की पुछताछ में आरोपी पत्नी ने बताया कि मृतक शराब पीने का आदि था जो अक्सर शराब पीकर मारता पिटता था, इसी से तंग आकर वह प्रेमी संग मिलकर मारने की योजना बनाई। उनसे बताया कि जब उसने अपने प्रेमी अजय से पति को मारने को कहा तो वह तैयार हो गया। अजय ने अपने मित्र दीपक उर्फ दीपू निवासी दीनापुर को भी अपने साथ शामिल कर शीतला धाम मन्दिर के पास गंगा किनारे हत्या कर शव गंगा में फेकने की योजना बनाई। जिससे लोगों को लगे की ताराचन्द्र की कोरोना से मृत्यु हो गई है। योजना के अनुसार 20 मई को शीतला धाम मन्दिर में अपनी बच्ची का मुंडन कराने के लिए सूचना अजय को दी। आरोपी अजय अपने दोस्त दीपू के साथ ताराचंद्र की हत्या करने शीतला धाम मंदिर पर पहुंच गया। वहां पर लोगों की भीड़ होने एवं मौका ना मिलने के कारण अजय एवं दीपू हत्या की घटना को अंजाम नहीं दे सके। अजय और दीपू ने मिलकर कविता को बच्चों के साथ टैंपू में बैठाकर ससुराल भेज दिया। ताराचंद को अपने साथ मोटरसाइकिल पर बैठाकर खनाव ले गए जहा खंडहर नुमा अस्पताल के पीछे ताराचंद को शराब पिलाई। मौका पाकर अजय ने ताराचंद की चाकू से गर्दन काट दी जिससे वह तड़पने लगा, दीपू ने ताराचंद के सिर पर ईंट से वार कर दिया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। अजय ने चाकू को घटनास्थल से कुछ दूरी पर झाड़ियों में छिपा दिया और दोनों मोटरसाइकल से अपने घर चले गए।