पत्नी, बेटे और साले ने काटा था तांत्रिक का गला, मई महीने से बिस्तर पर मिला था खून से लथपथ शव...
चोलापुर के नेहिया गांव में तांत्रिक रामधनी दुबे (50) की गला रेतकर मई माह में हुई हत्या का पुलिस ने चार महीने बाद खुलासा कर दिया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। चोलापुर के नेहिया गांव में तांत्रिक रामधनी दुबे (50) की गला रेतकर मई माह में हुई हत्या का पुलिस ने चार महीने बाद खुलासा कर दिया.
पुलिस ने इस प्रकरण में तांत्रिक पत्नी, बेटे और साले को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त चारा काटने वाला गढ़ासा और रॉड भी बरामद किया है. पुलिस को गुमराह करने के लिए तांत्रिक के आरोपी छोटे बेटे अभिषेक ने अपने दूसरे नंबर की बहन शिल्पी के ससुर खिलाड़ी, देवर सुग्गू और पप्पू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई थी.
बिस्तर पर मिला था खून से लथपथ शव
प्रभारी निरीक्षक चोलापुर परमहंस गुप्ता ने बताया की मृतक तांत्रिक रामधनी दुबे (50) परिवारिजनों के मना किए जाने के बाद भी झाड़- फूंक का काम करता था. गिरफ्तार आरोपितों मृतक तांत्रिक के बेटे अभिषेक दूबे, पत्नी सरोजा देवी और साला ताड़केश्वर चौबे उर्फ ताड़क ने पुलिस को बताया की झाड़- फूंक के दौरान आने वाली महिलाओं पर उनके ऊपर रामधनी बुरी नजर रखते थे जिससे महिलाएं घर आना बन्द कर दी थी. गिरफ्तार आरोपितों ने बताया की रामधनी रोज गांजा पीकर अपनी ही पुत्रियों पर बदनीयती रखता था. जिससे अजीज आकर योजना के तहत जब 5 मई की रात रामधनी टीनशेड में गांजा पीकर सो रहा था तो बेटा अभिषेक, पत्नी सरोजा देवी और साला ताड़केश्वर ने रॉड लगे गडासा लेकर कमरे में गए और साला तारकेश्वर ने उनकी गर्दन को काट कर उनकी हत्या कर दी. घटना ने बाद रॉड और गडासा को ले जाकर गाँव के ही पोखरे मे फेक दिया.
शुरुआती दौर में पुलिस को भी नहीं हुआ शक
घटना की सूचना खुद आरोपित बेटे अभिषेक ने दी थी. पुलिस के साथ जांच में सहयोग करता रहा और पुलिस को शक दूसरे नंबर वाली बहन के ससुरालीजनों पर बताता रहा. रामधनी का खून से लथपथ शव मिलने के बाद पत्नी सरोजा देवी की हालत बेसुधों जैसी थी, जिससे किसी को भी शक नहीं हुआ की आरोपित कोई और नहीं बल्कि घर में ही है. पूरे जांच में अभिषेक पुलिस को सहयोग भी करता रहा.