जारी है विभिन्न शिवालयों में आदि विशेश्वर की प्रतीक पूजा, अन्य राज्यों में भी हुआ परमधर्म संसद का गठन..
वाराणसी,भदैनी मिरर। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के आदेश पर उनके शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के आवाह्न पर शुरू किए गए आदि विश्वेश्वर के प्रतीक पूजन अभियान के क्रम में गुरुवार से पंजाब, गुजरात सहित अन्य राज्यों में भी पूजन की शुरुआत की गई। बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने विगत दिनों यह घोषणा की थी कि सभी सनातनी अपने अपने स्थान पर भगवान आदि विश्वेश्वर का प्रतीक पूजन करें। उनकी घोषणा के बाद काशी से आरम्भ हुआ यह अभियान अब अलग अलग प्रदेशों में जोर पकडने लगा है। पंजाब, गुजरात, कोलकाता, छत्तीसगढ एवं महाराष्ट्र के सनातनी जन भी इस अभियान में बढ चढकर हिस्सा लेकर अपना समर्थन अभिव्यक्त रहे हैं।
इसी क्रम में आज काशी के वृद्धकाल मोहल्ले के शिव मन्दिर में वाराणसी शहर संयोजक किशन जायसवाल के नेतृत्व में मधुबाला मिश्रा, श्वेता मिश्रा, एकता मिश्रा, संगीता मिश्रा, ग्यासी सिंह, संध्या उपाध्याय, शीला मिश्रा, गीता विश्वकर्मा, सुनीता तिवारी, रूबी विश्वकर्मा, राजकुमार यादव, गीता गुप्ता मीता यादव, मानसी मौर्या, जन्मेजय मिश्रा मृत्युंजय मिश्रा, विश्वेश्वर मिश्रा, रामेश्वर मिश्रा, सुभाष चंद्र मिश्रा, महेंद्र वर्मा आदि ने मिलकर प्रतीक पूजन किया।
उन्होने कहा कि जब तक ज्ञानवापी में आदि विश्वेश्वर का पूजन करने नही दिया जाएगा तब तक वे अन्य लोगों को भी इस अभियान में जोडेंगे। इस अभियान के लिए गुजरात, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल एवं मध्य प्रदेश में परमधर्मसंसद् का गठन हो चुका है और वहाॅ पर आदि विश्वेश्वर प्रतीक पूजन का अभियान बहुत तेजी से चल रहा है जिसमें आम श्रद्धालु जन भी जुट रहे हैं।