सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने संसद में उठाया बीएचयू ईसी का मुद्दा, की गठन की मांग
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं एक्जिक्यूटिव काउंसिल कमेटी के गठन का मुद्दा अब संसद भवन तक पहुंच चुका है. चंदौली से सपा सांसद और बीएचयू के पूर्व छात्र वीरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में मजबूती से यह उठाया
चंदौली, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं एक्जिक्यूटिव काउंसिल कमेटी के गठन का मुद्दा अब संसद भवन तक पहुंच चुका है. चंदौली से सपा सांसद और बीएचयू के पूर्व छात्र वीरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में मजबूती से यह उठाया. उन्होंने कहा कि तीन साल से विश्वविद्यालय में काउंसिल का गठन नहीं हुआ है. जबकि किसी भी विश्वविद्यालय के कुशल संचालन के लिए एक एक्जिक्यूटिव काउंसिल कमेटी का गठन जरुरी है.
सांसद ने कहा कि लेख एक्जिक्यूटिव काउंसिल कमेटी विश्वविद्यालय के संचालन को लेकर समस्त विभागों में नियुक्ति, निष्कासन एवं गुणवत्तायुक्त पठन-पाठन के कार्य की निगरानी करती है. कर्मचारियों के हितों की भी निगरानी करती है. साथ ही साथ चिकित्सा विज्ञान संस्थान में भी नियुक्ति अथवा चिकित्सा से जुड़ी मशीनों के खरीद फरोख्त पर भी निगरानी करती है. 2018 में बीएचयू में नई ईसी गठित की गई थी. उसका कार्यकाल पूरा होने के बाद भी पिछले 3 साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी नई ईसी का गठन नहीं हो पाया. इसको लेकर विरोध भी सामने आ रहा है. छात्रों और प्रोफेसरों का आरोप है कि मनमानी तरीके से नियुक्तियां और प्रमोशन हो रहे हैं.उन्होंने सरकार से मांग की है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एक्जिक्यूटिव काउंसिल कमेटी का गठन करें, ताकि पारदर्शी तरीके से विश्वविद्यालय का कार्य सुचारू रूप से चल सके.