रामचरित मानस पर अशोभनीय टिप्पणी करने वालों को सद्बुद्धि के लिए हुआ सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ

सनातन धर्म और रामचरित मानस पर अशोभनीय टिपण्णी करने वालों को भगवान सद्बुद्धि दें. इसको लेकर सनातनधर्मियों ने मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया.

रामचरित मानस पर अशोभनीय टिप्पणी करने वालों को सद्बुद्धि के लिए हुआ सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ

वाराणसी, भदैनी मिरर। मैदागिन के कंपनी गार्डन स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में रामचरित मानस और सनातन धर्म के विरुद्ध किए जा रहे अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी करने वालों को सद्बुद्धि देने के लिए सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया. भगवान के चरणों में अर्जी लगाई की 'पवन पुत्र' हनुमान आप बल, बुद्धि और विद्या तीनों के देवता है, ऐसे लोगों को सद्बुद्धि प्रदान करें.

सुमित सर्राफ ने कहा की संत शिरोमणि, कविकुल चूड़ामणि, गोस्वामी तुलसीदास जी महराज द्वारा रचित रामचरित मानस सनातनियों के लिए आस्था का केंद्र है. रामचरित मानस एक आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है. ऐसे में लगातार सनातन धर्म और रामचरित मानस को लेकर अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी की जा रही है. जिससे सनातनियों की भावनाएं लगातार आहत हो रही है. इसके लिए प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाले हनुमान चालीसा इस बार विशेष रही. सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर भगवान के चरणों में अर्जी लगाई गई की भगवान उन्हे सद्बुद्धि दें, खासकर वह लोग टीका-टिप्पणी करने से बचे जिन्हे सनातन धर्म के बारे में कोई जानकारी न हो.