आतंकी घटना को लेकर आक्रोश: आतंकवाद और पाकिस्तान का फूंका पुतला, बोले पाकिस्तान परस्त आतंकवाद को सबक सिखाने की जरूरत

आतंकी घटना को लेकर आक्रोश:  आतंकवाद और पाकिस्तान का फूंका पुतला, बोले पाकिस्तान परस्त आतंकवाद को सबक सिखाने की जरूरत

वाराणसी,भदैनी मीरर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सफाकदल इलाके में आतंकियों द्वारा दो शिक्षकों की निर्मम हत्या के विरोध में  विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने  शनिवार को इंग्लिशिया लाइन चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व आतंकवाद प्रतीकात्मक का पुतला फूंका। साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बजरंगदल काशी के महानगर संयोजक निखिल त्रिपाठी 'रुद्र' ने कहा कि 90 के दशक की तरह ही  जिहादियों द्वारा कश्मीर में एक बार फिर चुन-चुनकर हिंदुओं की हत्या की जा रही है। यह सब सीमा पार से पाकिस्तान से प्रेरित आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि जब भी कश्मीर में शांति कायम होने लगती है तो सीमा पार बैठे आतंकी संगठनों के आका अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के ऊपर हमला करके हालात को खराब करने का प्रयास शुरू कर देते हैं। पिछले कुछ दिनों से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के ऊपर हमले हो रहे हैं। अब एक बार फिर से आतंकवाद व पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन जिनके परिवार के सदस्यों को आतंकवादियों ने अपना निशाना बनाया है, उनके साथ है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि घाटी में फिर से शांति कायम हो सके।

वहीं विहिप महानगर मंत्री राजन गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों की समाज में अहम भूमिका होती है और शिक्षकों की हत्या कायरता पूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। उन्होंने कहा कि आतंकी जिस तरह बौखलाहट में निहत्थे, निर्दोष लोगों पर ऐसे हमले कर रहे हैं इससे वह इस भ्रम में न रहे कि वह अपने मंसूबों में कामयाब होंगे। आज नहीं तो कल उन्हें उनके किए की सजा जरूर मिलेगी। कार्यकर्ताओं ने सरकार व उपराज्यपाल से आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करते हुए शिक्षकों की हत्या में शामिल आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। ताकि भविष्य में ऐसी वारदात को अंजाम देने से पहले आतंकी सौ बार सोचे। अंत में दो मिनट का मौन रहकर मारे गए शिक्षकों की आत्मा शांति की भी कामना की गई।

प्रदर्शन में विजयशंकर उपाध्याय, रजत कुमार जायसवाल, शशिप्रकाश यादव, राणा प्रमोद सिंह, कमलेश यादव, कमल कांत मिश्रा, आकाश, दीपक आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।