एक साथ चिता पर दी गई दोनों सहेलियों को मुखाग्नि, एक साथ गंगा में लगाई थी छलांग...

पक्का घाट (चुनार) में गंगा में छलांग लगाने वाली दोनों सहेलियों का दाह संस्कार एक ही चिता पर हुआ.

एक साथ चिता पर दी गई दोनों सहेलियों को मुखाग्नि, एक साथ गंगा में लगाई थी छलांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पक्का पुल (चुनार) मिर्जापुर से गंगा में एक साथ गंगा में छलांग लगाने वाली बेलवा शहंशाहपुर (राजातालाब) की किशोरी जानकी और गरिमा का शव बुधवार दोपहर में गांव आया तो अजीब सा सन्नाटा पूरे गांव में छाया रहा है. शायद ही कोई घर था जहां चूल्हा जला हो. दोनों का अंतिम संस्कार अदलहाट के चितेश्वरनाथ घाट पर एक ही चिता पर किया गया. उनके परिजनों कहना का कहना था कि जीते जी साथ थीं और दोनों ने एक साथ जान भी दी. इसलिए एक ही चिता पर दोनों का दाह संस्कार भी होगा. 

उधर कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने दोनों बच्चियों के घर पहुंचकर शोक संवेदना प्रकट की. जैसे ही बुधवार दोपहर बाद दोनों बच्चियों का शव घर पर पहुंचा चीत्कार मच गया. दोनों का शव देखकर माताएं बदहवाश हो गई. आसपास की महिलाओं ने किसी तरह संभाला. पूरे गांव में अजीब सा सन्नाटा पसरा रहा. हर कोई दोनों के एक साथ खुदकुशी की वजह तलाशने में जुटा रहा. उधर पुलिस भी दोनों के खुदकुशी की वजह तलाशती रही. शव यात्रा में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. दोनों के पिता ने एक साथ मुखाग्नि दी. जक्खिनी पुलिस चौकी प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि अबतक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है. विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है.