BHU-IMS के डायरेक्टर ने दिया इस्तीफा, पहले स्थाई निदेशक का पूरा नहीं हो सका कार्यकाल?
Director of BHU-IMS resigned, the tenure of the first permanent director could not be completed? बीएचयू को एम्स का दर्जा मिलने के बाद नियुक्त हुए पहले चिकित्सा विज्ञान संस्थान के स्थाई निदेशक प्रोफ़ेसर बीआर मित्तल ने इस्तीफा दे दिया है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (IMS) के पहले स्थायी निदेशक प्रो. वी.आर मित्तल ने इस्तीफा दे दिया है। प्रोफेसर मित्तल का इस्तीफा बुधवार को बीएचयू प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। प्रो. मित्तल अपने इस्तीफे में व्यक्तिगत कारणों का जिक्र किया है, उन्होंने कहा है कि मुझे खुशी है इतने दिनों तक हमनें पूरी निष्ठा और लगन से महामना के बगिया की सेवा की।
तरह-तरह के चर्चे व्यापत
प्रोफेसर वी.आर. मित्तल के इस्तीफे से विश्वविद्यालय में तरह-तरह के चर्चे व्याप्त है। सूत्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों के रवैये से वह खुद की असहज और काम करने में असमर्थ महसूस कर रहे थे। प्रोफेसर बी.आर. मित्तल की पहली स्थाई नियुक्ति एम्स के समान दर्जा मिलने के बाद हुई थी, उन्होंने नवंबर 2020 में पदभार संभाला था। पहले स्थाई निदेशक का कार्यकाल पूरा न होना दुर्भाग्यपूर्ण बताया जा रहा है। प्रो. मित्तल सबसे प्रतिष्ठित व महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ स्थित न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में रेडियोन्यूक्लाइड धेरेपी के विशेषज्ञ हैं।
भ्रष्टाचारियों की नहीं गल पाती थी दाल
प्रो. मित्तल ने बीएचयू में उस वस्त पदभार ग्रहण किया था जब कोरोना की पहली लहर का असर जारी थी। ऐसे समय में भी प्रो. मित्तल खुद संक्रमित होने के बाद भी बीएचयू में मोर्चा संभाले रहे। इसके बाद भी ऐसे लोगों की नजर में खटकने लगे थे जो विवि में बैठकर ड्रग माफियाओं को दवा, आपरेशन इंप्लोट के नाम पर करोड़ों रुपये को चांदी काटने की छूट देते हैं।कुछ ऐसे भी अधिकारी उन्हें पसंद नहीं कर रहे थे जिनको भ्रष्टाचार की दाल प्रो. मित्तल के सामने नहीं गलती थी। सूत्रों का यह भी कहना है कुलपति प्रो. सुधीर के जैन का प्रो. मित्तल के मधुर संबंध है। यही कारण है कि प्रशासन ने प्रो. मित्तल को अभी कार्यभार संभाले रखने के लिए कहा था। इस पर प्रो. मित्तल ने 18 अप्रैल तक कार्यभार संभालने की सहमति जताई है।