सोशल मीडिया पर हुए विरोध के बाद नमो घाट पर एंट्री शुल्क का फैसला होल्ड...

वाराणसी के नमो घाट पर एंट्री शुल्क का चौतरफा विरोध के बाद जिला प्रशासन घिर गया था. सपा और कांग्रेस ने भी सरकार पर मनमाने का आरोप लगाया है. जनता ने सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल रखा है.

सोशल मीडिया पर हुए विरोध के बाद नमो घाट पर एंट्री शुल्क का फैसला होल्ड...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी के नवनिर्मित नमो घाट जिसे अब तक खिड़कियां घाट कहते थे उसे देखने के लिए पिछले दिनों स्मार्ट सिटी की ओर से घूमने के लिए चार घंटे का 10 रुपए लिया जा रहा था. धीरे-धीरे मंगलवार को सोशल मीडिया पर बड़ा मुद्दा बन गया. बुधवार सुबह से ही जब मीडिया ने आवाज उठाई तो सुबह से टिकट काटना रोक दिया गया. स्मार्ट सिटी के पीआरओ शाकंभरी नंदन सोनथालिया ने बताया की अफसरों का निर्देश है की टिकट काटना रोक दिया जाए फैसले का रिव्यू किया जा रहा है उन्होंने बताया की  घाट के रखरखाव और असामाजिक तत्व को डायवर्ट करने के लिए टिकट लगाया गया था.

पहली बार लगा है शुल्क

सोशल मीडिया पर चौतरफा इस फैसले का विरोध होने लगा. किसी ने सरकार की मनमानी बताई तो किसी ने कहा की यह पहली बार होगा जब घाट पर जाने का शुल्क देना होगा. घाट की खूबसूरती गंगा और गंगा आरती से है, भला शुल्क देकर कोई नमो घाट क्यों जायेगा? यह फैसला हैरानी भरा है. जनता के आक्रोश को देखते हुए सपा और कांग्रेस भी कूद पड़ी और दोनों पार्टियों ने बीजेपी पर मनमाना करने का आरोप लगाया.