पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के डायरेक्टर टेक्निकल पर दर्ज हुआ भ्रष्टाचार का मुकदमा, विजलेंस टीम ने की थी जांच...

विजिलेंस टीम में भ्रष्टाचार का आरोप मिलने के बाद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के डायरेक्टर टेक्निकल पर विजलेंस इंस्पेक्टर ने प्राथमिकी दर्ज कराई है.

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के डायरेक्टर टेक्निकल पर दर्ज हुआ भ्रष्टाचार का मुकदमा, विजलेंस टीम ने की थी जांच...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के डायरेक्टर (टेक्निकल) पृथ्वीपाल सिंह पर विजिलेंस इंस्पेक्टर चंद्रभूषण प्रजापति द्वारा आय से अधिक संपत्ति के लगाए आरोप से पीवीवीएनएल के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। डायरेक्टर के खिलाफ विजिलेंस इंस्पेक्टर ने चितईपुर थाने में तहरीर दी है।

विजिलेंस इंस्पेक्टर ने बताया है कि पृथ्वीपाल सिंह वाराणसी में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के डायरेक्टर (टेक्निकल) के पद पर फरवरी 2020 से तैनात हैं। उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लखनऊ स्थित मुख्यालय के अध्यक्ष ने पृथ्वीपाल सिंह की संपत्ति की जांच के लिए विजिलेंस को कहा था। जांच में सामने आया कि एक जून 1986 से 30 जून 2022 तक पृथ्वीपाल सिंह की आय चार करोड़ 62 लाख 82 हजार 776 रुपये थी। लेकिन, इस अवधि में उनके द्वारा पांच करोड़ 60 लाख 62 हजार 667 रुपये खर्च किए गए।

वैध आय से 21 प्रतिशत ज्यादा किया खर्च

विजिलेंस इंस्पेक्टर ने बताया कि पृथ्वीपाल सिंह ने अपनी आय से 97 लाख 79 हजार 891 रुपये ज्यादा खर्च किए। यह रुपये पृथ्वीपाल सिंह द्वारा वैध स्त्रोतों से अर्जित आय से 21.13 प्रतिशत ज्यादा है। यह रुपये कहां से आए, इसकी पड़ताल की जा रही है। जिसको लेकर चितईपुर थाने में इंस्पेक्टर चंद्रभूषण प्रजापति की तहरीर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. इंस्पेक्टर चंद्रभूषण प्रजापति के अनुसार जांच में सामने आया कि पृथ्वीपाल सिंह ने वैध कमाई से ज्यादा खर्च किया। यह भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए पृथ्वीपाल के खिलाफ चितईपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।