जमीन दिलाने के नाम पर 14.4 लाख ठगे: दोस्त बनाकर लगवाया फर्म में पैसे, वर्ष 2004 में बनाई थी योजना...

जनपद में एक बार फिर जमीन और प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है.

जमीन दिलाने के नाम पर 14.4 लाख ठगे: दोस्त बनाकर लगवाया फर्म में पैसे, वर्ष 2004 में बनाई थी योजना...

वाराणसी, भदैनी मिरर। जनपद में एक बार फिर जमीन और प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है. साइन सिटी और नीलगिरी इन्फ्रासिटी का ताजा मामला जनता के सामने था. अब साइबर अपराध थाना ने जमीन दिलाने के नाम पर 14.4 लाख की धोखाधड़ी करने वाले शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के अनुसार पहडिया वाराणसी निवासी ललिता प्रसाद यादव वर्ष 2004 में हिन्डालको रेनूकुट (सोनभद्र) से जनरल मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे. उसी दौरान गोइठहा (लालपुर-पाण्डेयपुर) निवासी धर्मराज यादव से संपर्क में आए. धर्मराज यादव जब रिटायरमेंट की बात जाना तो उसने अपने फर्म देवेश रियल एस्टेट वर्क्स के बारे में बताया कि हम जमीन का कार्य करते है. धर्मराज तरह-तरह के लुभावने ऑफर देते हुए ललिता प्रसाद से फर्म में कुल ₹ 14 लाख 40 हजार रूपए धोखाधड़ी से अपने खाते में ट्रासफर करा लिया था.

प्रभारी निरीक्षक साइबर अपराध थाना विजय नारायण मिश्र ने बताया कि यह मामला पहले लालपुर-पांडेयपुर थाने में दर्ज था.  प्रकरण की गंभीरता देखते हुए पुलिस  कमिश्रर ने विवेचना साइबर क्राइम पुलिस थाना को स्थानांतरित की थी. जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर अनीता सिंह कर रही थी. बताया कि धर्मराज यादव का रजिस्टर्ड फर्म कंकड़, गिट्टी, बालू, पत्थर, रेत, औद्दोगिक अपशिष्ट, पत्थरों का पाउडर, सीमेंट, कंक्रीट, टाइल्स, ईंट, धातू की छड़े आदि की आपूर्ति के लिए अधिकृत है. धर्मराज ने कटहलगंज चौराहे पहाडिया, बेला रोड, वाराणसी में एक प्लाट दिखाकर उसी के आड़ में फर्म में लोगों से पैसे मंगवाता था.