CP ने भेजी KGMU के VC को रिपोर्ट, कहा NEET-UG के सॉल्वर गैंग का सदस्य ओसामा शाहिद डॉक्टर बनने लायक नहीं, जाने पूरा मामला... 

पुलिस कमिश्नर (CP) ए. सतीश गणेश NEET-UG के सॉल्वर गैंग मामलें की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे है। होनहार बच्चों का भविष्य खराब करने वाले आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की पूरी कोशिश कर रहे है।

CP ने भेजी KGMU के VC को रिपोर्ट, कहा NEET-UG के सॉल्वर गैंग का सदस्य ओसामा शाहिद डॉक्टर बनने लायक नहीं, जाने पूरा मामला... 
पुलिस आयुक्त (CP) ए. सतीश गणेश

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त (CP) ए. सतीश गणेश NEET-UG में धांधली करने वाले गैंग पर एक-एक कदम आगे बढ़ते हुए नकेल कसते जा रहे है। अब उन्होंने सॉल्वर गैंग के सदस्य किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के अंतिम वर्ष के छात्र ओसामा शाहिद पर शिकंजा कसा है। सीपी ने सारनाथ में दर्ज मुक़दमे के विवरण अंकित करते हुए KGMU के वाईस चांसलर (VC) लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. विपिन पूरी को CP वाराणसी ने रिपोर्ट भेजी है। 

कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने एसओ सारनाथ अर्जुन सिंह और विवेचक दरोगा सूरज तिवारी के जांच आंख्या को देखते हुए कुलपति को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में सीपी ने लिखा है कि डॉक्टरी जैसे पवित्र पेशे को ओसामा शाहिद ने न केवल कलंकित किया है बल्कि इस धोखेबाज़ शख्स ने अयोग्य व्यक्तियों को डॉक्टर बनवाने जैसे अपराध में लिप्त हैं। ओसामा शाहिद को आजीवन निष्काषित करने की सीपी ने संस्तुति की है। 

ओसामा कैंडिडेट्स की करता था सप्लाई

सॉल्वर गैंग को कैंडिडेट्स सप्लाई करने वाला ओसामा शाहिद

पुलिस की पूछताछ में सामने आया था कि एमबीबीएस की पढ़ाई करने के दौरान ही ओसामा सॉल्वर गैंग के सरगना नीलेश कुमार उर्फ PK के संपर्क में आ गया। इसके बाद वह देश के बड़े महानगरों के नामी कोचिंग सेंटर में मेडिकल की परीक्षा की तैयारी करने वाले परिवारों के छात्र-छात्राओं का पता लगाने लगा। वह खुद ऐसे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों से संपर्क करता था। उन्हें वह मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास कराने का आश्वासन देता था। ओसामा के मेडिकल स्टूडेंट होने के कारण लोग उसकी बातों पर भरोसा भी कर लेते थे।
बातचीत होने के बाद 25 लाख रुपए में सौदा तय कर वह सॉल्वर गैंग के सरगना को बताता था। ऐसे ही ओसामा ने ही हिना और उसके पिता गोपाल विश्वास के साथ भी सौदा तय किया। डॉ. ओसामा शाहिद के पास से गिरफ्तारी के वक्त 15 प्रवेश पत्र की प्रति, 4 फोटो, 4 कूरियर रसीद, 2 मोबाइल फोन व उसमें से सॉल्वर गैंग के साथ चैटिंग और बैंकिंग लेनदेन का ब्योरा बरामद किया था।

क्राइम ब्रांच ने माँ संग पकड़ा था जुली को

बता दें, सारनाथ के टेड़िया सोना तालाब स्थित सेंट जेवियर स्कूल में बीते 12 सितंबर को मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए NEET की परीक्षा थी। त्रिपुरा की अभ्यर्थी हिना बिश्वास की जगह परीक्षा देते हुए BHU-BDS के द्वितीय वर्ष की छात्रा जूली कुमारी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। परीक्षा केंद्र के बाहर से जूली की मां बबिता देवी भी गिरफ्तार हुई थी। बबिता देवी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि जूली को हिना की जगह परीक्षा में बैठने के लिए सॉल्वर गैंग ने उसे 5 लाख रुपए देने का लालच दिया था। एडवांस के तौर पर उसे 50 हजार रुपए सॉल्वर गैंग ने परीक्षा से पहले ही दिया था। मां-बेटी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जूली के भाई अभय कुमार मेहता और लखनऊ स्थित केजीएमयू के एमबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्र ओसामा शाहिद को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सॉल्वर गैंग का अहम सदस्य विकास कुमार महतो और राजू कूमार को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि अभी भी इस गैंग का सरगना प्रेम कुमार उर्फ PK पुलिस गिरफ्त में नहीं आया है।