साफ्ट स्किल और संयमित व्यवहार को लेकर पुलिसकर्मियों का हुआ प्रशिक्षण, बोले अफसर - 9100 बिछड़े श्रद्धालुओं को परिजनों से मिलवाया गया...
सावन माह में श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन को आने वाले श्रद्धालुओं से मृदुल एवं सहयोगात्मक व्यवहार करने के लिए निर्देशित किया गया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन माह में श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन को आने वाले श्रद्धालुओं से मृदुल एवं सहयोगात्मक व्यवहार करने के लिए निर्देशित किया गया. डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी के अलावा अन्य अफसरों ने मंदिर में लगने वाले तीनों पालियों के पुलिसकर्मियों संग मंदिर के त्रयम्बकेश्वर हॉल में संगोष्ठी की.
अफसरों ने कहा की सीएम योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट निर्देश है की किसी भी श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो. कॉरिडोर बनने के बाद निरंतर भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है और देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे है. साफ्ट स्किल एवं संयमित आचरण के दृष्टिगत व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया. श्रावण मास में वाराणसी में अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता है. जिसके दृष्टिगत परिसर की अचूक सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं को सुगम एवं सुरक्षित दर्शन-पूजन तथा मृदु एवं सहयोगात्मक कुशल व्यवहार हेतु विशेष कार्यशाला का आयोजन निरन्तर किया जा रहा है.
डीसीपी ने बताया की इस वर्ष जनवरी से जून 2023 तक अपने परिजनों से बिछड़े हुए लगभग 9100 दर्शनार्थियों को उनके परिजनों से मिलवाया गया, लगभग 1005 घायल/जरुरतमंद दर्शनार्थियों को सहायता प्रदान कर उपचार हेतु अस्पताल भेजवाया गया तथा 51 प्रकरणों में दर्शनार्थियों के खोये हुए कीमती सामान, आभूषण, मोबाइल फोन आदि सहित ₹ 3,38131 भी दर्शनार्थियों को सुपुर्द किया गया जिसकी दर्शनार्थियों एवं आम जनमानस द्वारा प्रशंसा की गयी. संगोष्ठी में प्रधानाचार्य, दयावती मोदी अकादमी रंजय रॉय के अलावा अपर पुलिस उपायुक्त सुरक्षा एवं अभिसूचना वीरेन्द्र कुमार मौजदू रहे.