रामचरित मानस की प्रतियां फूकने वालों का काशी में मुस्लिम महिलाओं ने किया विरोध, रासुका लगाने की मांग...

भारतीय अवाम पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन के नेतृत्व में लमही के मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार पर श्रीराम चरित मानस को सर पर रखकर प्रदर्शन किया। 

रामचरित मानस की प्रतियां फूकने वालों का काशी में मुस्लिम महिलाओं ने किया विरोध, रासुका लगाने की मांग...

वाराणसी,भदैनी मिरर । धर्म ग्रंथ श्रीराम चरित मानस पर टिप्पणी करने और उसकी प्रतियां जलाए जाने के विरोध में भारतीय अवाम पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन के नेतृत्व में लमही के मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार पर श्रीराम चरित मानस को सर पर रखकर प्रदर्शन किया। 

इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने हाथों में लिए तख्तियों के  माध्यम से संदेश दिया कि किसी धर्म का अपमान अब नहीं बर्दाश्त किया जाएगा। नजमा परवीन ने कहा कि भारत में जब किसी का नया मकान बनता है तो मानस का अखण्ड पाठ करवाकर गृह प्रवेश करता है। श्रीराम चरित मानस दुनियां का पवित्रतम धर्म ग्रंथ है, यह सिर्फ सनातन धर्म के लिए ही नहीं, बल्कि विश्व के प्रत्येक नागरिकों के लिए उपयोगी है। घर परिवार से लेकर देश चलाने तक कि शिक्षा इस ग्रंथ से मिलती है। मानस पर टिप्पणी करने वाला स्वामी प्रसाद अधर्मी और पापी है। उसके पापों की सजा ईश्वर अवश्य उसे देगा। 

उन्होंने कहा कि रामचरित मानस जैसे पवित्र ग्रंथ को लेकर अनर्गल टिप्पणी करने वाले स्वामी प्रसाद को यदि जेल भेजकर संपत्ति जब्त नहीं की गई तो कल सारे धर्म ग्रंथों पर सवाल खड़ा करने वाले पापियों की बाढ़ आ जायेगी। देश दंगे की आग में झुलस जाएगा। स्वामी को नारी की बड़ी चिंता है, जिस दल ने बहन मायावती का घोर अपमान किया था और मारने की साजिश की थी ये तो उसी की गोद में बैठा है। 

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने स्वामी के खिलाफ कार्यवाई करने के बजाय उसका प्रमोशन कर भारत के लोगों को यह संदेश दे दिया कि जो भारतीय धर्म ग्रंथों का अपमान करेगा, उसे पुरस्कार मिलेगा। मुस्लिम समुदाय से अपील है कि स्वामी प्रसाद का बहिष्कार करें अन्यथा धर्म ग्रंथ के अपमान की आग उनके घरों तक भी पहुंच जाएगी। उन्होंने मांग किया कि सीएम योगी तत्काल इस मामले पर सख्त कार्यवाई करें।

प्रदर्शन में सूरज चौधरी, अनिल पाण्डेय, ओ०पी० सिंह, पीयूष पाण्डेय, नितीश सिंह, ओ०पी० चौधरी, राजेश कन्नौजिया, मनीष मिश्रा, योगेन्द्र कुमार, कन्हैया पाण्डेय, प्रमन द्विवेदी, संदीप पाण्डेय, राजकुमार, अफरोज खान, विजय कुमार पाण्डेय, अखिलेश सिंह, सूर्य प्रताप सिंह, अभ्युदय, गीता देवी, नाजिया, सीमा, कलावती, शीला, दक्षिता भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, शिखा भारतवंशी आदि लोग शामिल हुए।