दवा और फिजियोथेरेपी एक दूसरे के पूरक, बोले डॉ डी. वी. मिश्रा दवा दूर करती है बीमारी तो फिजियोथेरेपी से होती है रिकवरी
Medicine and physiotherapy complement each other said Dr D V Mishra medicine cures disease and physiotherapy leads to recoveryदवा और फिजियोथेरेपी एक दूसरे के पूरक, बोले डॉ डी. वी. मिश्रा दवा दूर करती है बीमारी तो फिजियोथेरेपी से होती है रिकवरी
वाराणसी, भदैनी मिरर। वर्तमान में भाग दौड़ भरा जीवन जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है बिमारियां भी उतनी ही तेजी से दस्तक दे रही हैं। इन बीमारियों के कारण मनुष्य समय से पहले ही अपनी कार्यक्षमता खो दे रहा है। ऐसे में दवाओं के साथ सबसे अधिक फिजियोथेरेपी यानी भौतिक चिकित्सा की लोगों को जरूरत पड़ रही है। आइए जानते हैं फिजियोथेरेपिस्ट डॉ डी. वी मिश्रा से फिजियोथेरेपी की आवश्यकता और फायदे-
फिजियोथेरेपी क्या है?
डॉ डी. वी. मिश्रा बताते हैं कि फिजियोथेरेपी एक ऐसी विधा है जिसमें एक्सरसाइज और कुछ मशीनों के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेब के माध्यम से मरीज के शरीर का दर्द को कम कर मांशपेशियों के टोन को बढ़ाते हैं। जिससे उसकी कार्यक्षमता पहले जैसी हो सके।
फिजियोथेरेपी की आवश्यकता क्यों है?
डॉ डी. वी. मिश्रा बताते हैं कि किसी भी बीमारी में दवा दर्द तो कम कर सकती है लेकिन उससे आई कमजोरी को दूर नहीं कर सकती है। इसलिए फिजियोथेरेपी एक बीमार व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी चीज है। ताकि बीमारी से ठीक होने के साथ साथ मरीज शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से पहले जैसी अवस्था में आ सके।
फिजियोथेरेपी के लिए किन आम कारणों से भी लोग आते हैं, फायदे क्या हैं?
डॉ डी. वी. मिश्रा बताते हैं कि आज के दौर में बीमारियां बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है मनुष्य का रहन-सहन। मनुष्य जितना ही आनंददायक जीवन के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करने लगा है बीमारियां भी उतनी ही बढ़ने लगी हैं और इन बीमारियों के कारण उन्हें कई शारीरिक परेशानियां जैसे जोड़ों में दर्द, सूजन, मांसपेशियों का खींचना आदि का सामना करना पड़ता है। इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए मरीज को फिजियोथेरेपी की आवश्यकता पड़ती है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि फिजियोथेरेपी कराने से मरीज के कार्य करने की क्षमता पहले से ज्यादा हो जाती है।
दवाओं से ज्यादा असरदार है फिजियोथेरेपी ?
डॉ डी. वी. मिश्रा कहते हैं कि यह कहना बिल्कुल उचित नहीं है कि फिजियोथेरेपी दवाओं से ज्यादा असरदार है। दवा और फिजियोथेरेपी ये दोनों ही किसी भी बीमारी में बराबर काम करते हैं न तो सिर्फ दवा से कोई बीमारी ठीक हो सकती है और न ही सिर्फ फिजियोथेरेपी से। यदि किसी मरीज को शुगर है तो उससे उसे कई सारी बीमारियां जैसे जोड़ो में दर्द, गठिया आदि भी होने लगता है। तो जब तक शुगर कंट्रोल नहीं किया जायेगा तब तक सिर्फ फिजियोथेरेपी से इस बीमारी को दूर नही किया जा सकता और शुगर कंट्रोल करने के बाद भी यदि फिजियोथेरेपी नहीं कराएंगे तब तक पूरी तरह इस बीमारी से छुटकारा नहीं मिल सकता।