ऑनलाइन बैठक में DM का निर्देश टेस्ट बढ़ाकर करें ट्रीटमेंट, पूरा फोकस डेंगू व वायरल बुखार पर करने का आदेश...

वायरल बुखार व डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी कौशलराज शर्मा सख्त है. उन्होंने ऑनलाइन मिनट में टेस्टिंग और ट्रीटिंग पर फोकस करने का निर्देश दिया है.

ऑनलाइन बैठक में DM का निर्देश टेस्ट बढ़ाकर करें ट्रीटमेंट, पूरा फोकस डेंगू व वायरल बुखार पर करने का आदेश...

वाराणसी, भदैनी मिरर। मंडलायुक्त/प्रभारी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गुरुवार को ऑनलाइन बैठक के दौरान मलेरिया बुखार एवं डेंगू के रोकथाम के संबंध में अब तक किए गए कार्रवाई की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर पर मरीजों की जाँच व भर्ती करने का सख्त निर्देश दिया. साथ ही प्रत्येक दिन होने वाले टेस्ट और भर्ती होने वाले मरीजों के आंकड़े रोज सुबह  उपलब्ध कराने को कहा है. उन्होंने कहा की जनता के स्वास्थ्य को देखते हुए सीएचसी का पूरा उपयोग होना चाहिए.

20 नवंबर के बाद करें सर्जरी की प्लानिंग

कौशल राज शर्मा ने कहा की एसएसपीजी सीएमएस को वायरल बुखार के बारे में उचित कार्यवाही करने का कहा गया. उन्होंने कहा की  ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराया जाये, कोई दिक्कत हो, उससे अवगत कराये. बेड की कमी किसी स्तर पर नहीं होनी चाहिए. दिन में मरीज भर्ती करके ओरल थेरेपी दी जाए. उन्होंने निर्देशित किया कि सीएचसी के लोगों का ग्रुप बनाया जाये व प्रतिदिन कैमरे की रिकॉर्डिंग देखा जाय की जो संविदाकर्मी काम नहीं कर रहे हैं, उनको काम से हटाकर दूसरे कर्मियों को रखा जाये. जो सर्जरी जरूरी नही है उनको 20 नवम्बर के बाद का प्लान किया जाये. अभी 20 नवम्बर तक पूरा फोकस डेंगू व वायरल बुखार पर किया जाये. अस्पतालों में पूरी साफ सफाई की उचित व्यवस्था होनी चाहिए. साफ-सफाई में कोई कोताही नही होनी चाहिए. शिवपुर सीएचसी के प्रभारी को लोगों के भर्ती में कोई कोताही नहीं करने का निर्देश दिया. जहाँ से डेंगू के केस ज्यादे आ रहे वहां पर फ़ागिंग व साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था बीडीओ को करने का निर्देश दिया. 

प्रभारी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को सफाई पर ध्यान देने का निर्देश दिया गया. सभी अधिकारी जहाँ से मरीज ज्यादे आ रहे वहां दौड़ा करें व छिड़काव पर विशेष ध्यान दें. फागिंग की उचित मॉनिटरिंग होनी चाहिए. पीएचसी के प्रतिदिन के क्रियाकलाप की मॉनिटरिंग होनी चाहिए. जहाँ ज्यादे जरूरी हो वहां घर पर जा कर विशेष इलाज दिया जाये. कैंप लगाकर ओआरएस वितरण, ब्लड टेस्टिंग बढ़ाया जाये. उन्होंने टेलीमेडिसिन पर ध्यान देने को कहा. सीएचसी पर उचित काम हो ताकि शहर के अस्पताल पर दवाब न बढ़े. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए सचेत किया कि संचारी रोग अभियान की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री के तरफ से हो रही. इसमें कोई कोताही बर्दास्त नही होनी चाहिए.