IMA ने कहा MBA होल्डर संभालेंगे अस्पताल प्रबंधन तो चिकित्सकों का गिरेगा मनोबल, प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग...

IMA ने कहा MBA होल्डर संभालेंगे अस्पताल प्रबंधन तो चिकित्सकों का गिरेगा मनोबल, प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रशासनिक पदों पर यदि एमबीए पास आउट बैठेंगे तो इससे चिकित्सकों का मनोबल गिरेगा, सरकारी अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक आईएमए के सदस्य है। किसी भी स्थिति में उनका मनोबल गिरने नहीं दिया जाएगा। इसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बनारस शाखा के सचिव डॉक्टर राजेश्वर नारायण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है।


सचिव राजेश्वर नारायण सिंह ने कहा की प्रदेश सरकार लगातार  चिकित्सकों का मनोबल गिराने का काम कर रही है। सरकार सरकारी चिकित्सको के साथ अन्याय करने जा रही है। एमबीए डिग्रीधारकों को अगर प्रशासनिक पदों पर बैठाया जाएगा तो हमारे चिकित्सकों का मनोबल गिरेगा और सरकारी सेवा से चिकित्सक दूर होंगे, ऐसी परिस्थिति में चिकित्सक सरकारी सेवा त्यागने को मजबूर होंगे।


राजेश्वर नारायण सिंह ने कहा कि सरकारी के साथ-साथ गैर सरकारी चिकित्सकों के साथ भी सरकार जिस तरह से वर्तमान स्थिति में असहयोग  कर रही है उसे देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अपने समस्त चिकित्सकों के साथ खड़ी है और भविष्य में जरूरत पड़ने पर चिकित्सकों के हक की लड़ाई के लिए तैयार है।


इस पूरे प्रकरण में आईएमए ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हस्तक्षेप करें और चिकित्सकों के मनोबल को देखने से बचाएं। पीएम  द्वारा समय-समय पर चिकित्सकों का मनोबल बढ़ाया गया है जिसके कारण चिकित्सक हर समय उनके एक आवाहन पर साथ खड़े रहकर सहयोग किए हैं।


बताते चलें कि पिछले दिनों सीएम ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन के कार्यो के लिए आवश्यकतानुसार एमबीए डिग्री वाले युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए। तर्क था कि इस व्यवस्था के लागू होने से प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी। यानी सीएमओ, अस्पतालों के डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, सीएमएस जैसे पदों पर एमबीए पासआउट छात्रों को बैठाने की तैयारी है।