ड्रग विभाग की छापेमारी: नकली दवा भंडारण पकड़ाने के बाद विभाग हुआ सक्रिय, कंपनी का बैच नंबर इस्तेमाल करता था फ्रॉड...
दवाओं की कालाबाजारी कर मानवता से खिलवाड़ करने वाले बुलन्दशहर निवासी अशोक कुमार को एसटीएफ द्वारा सिगरा के चर्च कॉलोनी से गिरफ्तार किए जाने के बाद ड्रग विभाग सक्रिय हो गया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। दवाओं की कालाबाजारी कर मानवता से खिलवाड़ करने वाले बुलन्दशहर निवासी अशोक कुमार को एसटीएफ द्वारा सिगरा के चर्च कॉलोनी से गिरफ्तार किए जाने के बाद ड्रग विभाग सक्रिय हो गया है. ड्रग विभाग की टीम पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी कोतवाली स्थित सप्तसागर में छापेमारी की गई. ड्रग विभाग की टीम को पकड़े गए अशोक कुमार द्वारा बरामद दवाओं के बैच नंबर की दवाएं सप्तसागर मंडी में होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद टीम ने छापेमारी की. टीम हैरान तब हो गई जब सप्तसागर मंडी में जिस बैच नंबर की दवा होलसेल दुकानदारों के पास है जो कंपनी द्वारा भेजी गई थी.
रैकेट के पकड़ाने तक जारी रहेगी जांच
जांच करने पहुंचे ड्रग इंस्पेक्टर अमित बंसल ने बताया की 2 मार्च को अशोक कुमार को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में नकली दवाईयां पकड़ी गई थी. पूछताछ में मालूम चला कि पूर्वांचल में विभिन्न स्थानों में नकली दवाइयां सप्लाई की जाती हैं. इसी की जांच करने टीम सप्तसागर आई है. जांच के दौरान पता चला है जिस बैच की नकली दवा पकड़ी गई थी उसी बैच नंबर की दवाईयां कंपनी द्वारा बनाया गया है. सप्तसागर मंडी में जांच चल रही है. हम पता कर रहे हैं की नकली दवाएं कहाँ से सप्लाई हुई है.
कंपनी के बैच नंबर का हुआ दुरुपयोग
दवा विक्रेता समिति के महामंत्री संजय सिंह ने बताया की एसटीएफ द्वारा एक व्यक्ति पकड़ा गया था. आज के जांच में सभी दुकानदारों ने बिल-बाउचर के साथ दवाओं का मिलान करवाया है. संजय ने चिंता जाहिर करते हुए कहा की चिंता का विषय है कि कंपनी द्वारा बनाए गए बैच नम्बर का दुरुपयोग करके पकड़े गए आरोपी ने कैसे इस्तमाल किया. यह एक बड़ा गिरोह है, जिसको पकड़ने के लिए विभाग को मेहनत करके इस रैकेट पर कार्रवाई करने की जरूरत है.