सामान्य सर्जरी से बेहतर है लैप्रोस्कोपिक, एक्सपेट डॉ. ए. के. कौशिक बोले शरीर में कम लगते है चीरे और मरीज होता है जल्दी स्वस्थ...

Laparoscopic is better than normal surgery, says Dr. A.K. Kaushik said that there are less incisions in the body and the patient gets well soon.

सामान्य सर्जरी से बेहतर है लैप्रोस्कोपिक, एक्सपेट डॉ. ए. के. कौशिक बोले शरीर में कम लगते है चीरे और मरीज होता है जल्दी स्वस्थ...
प्रख्यात लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. ए. के. कौशिक।

वाराणसी, भदैनी मिरर। वर्तमान में विज्ञान के माध्यम से पूरी दुनिया तेजी से प्रगति कर रही है एवं दिन-प्रतिदिन बदल रही है। इसी तरह चिकित्सा के क्षेत्र में भी निरंतर प्रगति हो रही है। बेहतर दवाइयों एवं नई तकनीकों के इस्तेमाल से हजारों मरीजों को नया जीवनदान मिल रहा है। इसके साथ ही भाग- दौड़ भरे आज के इस जीवन मे मरीज बेहतर इलाज के साथ जल्द से जल्द ठीक होने की भी अपेक्षा रखते हैं। जिसे देखते हुए चिकित्सा जगत में अत्याधुनिक सर्जरी की विधा से मरीजों को अधिक आराम और सहूलियतें पहुंचाने के लिए नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिनमें में से एक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी भी है। यानी कि दूरबीन पद्धति से की जाने वाली सर्जरी। आइए जानते हैं ककरमत्ता स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल के चेयरमैन व जनरल व लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ ए के कौशिक क्या कहते हैं इसके बारे में...

 लैप्रोस्कोपिक सर्जरी क्या है, यह जनरल सर्जरी से कैसे अलग है?

डॉ कौशिक बताते हैं कि लैप्रो का मतलब है पेट के अंदर की दीवार और स्कोपी का मलतब है देखना। वह बताते हैं कि लैप्रोस्कोपिक के द्वारा पहले हम मशीन द्वारा पेट के अंदर देखकर जो बीमारी है उसे कन्फर्म करते हैं। उसके बाद 3-4  छोटे चीरों से मशीन से ही मरीज का ऑपरेशन करते है। यह सामान्य सर्जरी की अपेक्षा सरल व सुगम ऑपरेशन की विधि है और इससे मरीज को ज्यादा दर्द भी नही होता क्योकि सामान्य सर्जरी की अपेक्षा इसमें नाम मात्र के चीरे लगते हैं। यह एक सुरक्षित सर्जरी है।

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के क्या फायदे हैं? इसे लेकर लोग कितने जागरूक हैं?

डॉ कौशिक बताते हैं कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी आज के समय मे बहुत ही एडवांस सर्जरी है और यह जनरल सर्जरी में आने वाली बीमारियों को एडवांस मेथड से ऑपरेट करता है। इसके फायदे यह हैं कि इसमें चीरा कम लगता है, ब्लीडिंग कम होती है, कम समय में ऑपरेशन होता है और मरीज जल्द से जल्द ठीक होकर अपने घर जा सकता है और अपना काम शुरू कर सकता है। इसे लेकर अब 70प्रतिशत लोग जागरूक हो चुके हैं।

क्या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के साइडइफेक्ट हैं?

डॉ कौशिक बताते हैं कि इसके साइड इफेक्ट कम से कम होने की संभावना होती है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि सर्जरी करने वाला चिकित्सक कितना जानकर है। यदि चिकित्सक जानकर है तो इसमें साइड इफेक्ट होने के कोई चांस नहीं होते हैं।

किन बीमारियों में ज्यादातर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की जाती है? 

डॉ कौशिक बताते हैं ज्यादातर पेट से संबंधित बीमारियों जैसे गॉलब्लेडर की पथरी, एपेंडिक्स, गयनों से संबंधित बीमारी, आंत का ट्यूमर आदि बीमारियों में इसका इस्तेमाल होता है।