कांग्रेस की तीन दिवसीय पदयात्रा समाप्त, बोले नेता किसान हो रहे बदहाल, PM के संसदीय क्षेत्र में जनता की तकलीफ को सुनने वाला कोई नहीं

कांग्रेस की तीन दिवसीय पदयात्रा समाप्त, बोले नेता किसान हो रहे बदहाल, PM के संसदीय क्षेत्र में जनता की तकलीफ को सुनने वाला कोई नहीं

वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और नए कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेसियों की भाजपा गद्दी छोड़ो पदयात्रा के तीसरे दिन भी जारी रही। यात्रा भोजूबीर स्थित राजर्षि प्रतिमा के पास से शुरू हुई। जो कचहरी, वरुणा पुल, नदेसर, चौकाघाट, तेलियाबाग, मलदहिया से होते हुए कैंट स्थित पं. कमलापति त्रिपाठी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर समाप्त हुई। 

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि तीन दिवसीय पदयात्रा को गांव से लेकर शहर तक जिस तरह से जनसमर्थन मिला है उससे यह साबित हो गया है कि जनता अब बदलाव चाहती है। कांग्रेस के कार्यकर्ता इसी एकजुटता के साथ डट कर आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश से भाजपा की सरकार को बेदखल करेंगे।

इस दौरान पूर्व विधायक अजय राय ने कहा की भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश को अपराध की राजधानी बना दिया है। जनता के सामने भाजपा की जनविरोधी नीति और खोटी नियत दोनों उजागर हुई है। भाजपा बड़े लोगों को लाभ पहुंचाने और गरीब को मंहगाई की मार से बेहाल कर देने की साजिश को बड़ी चालाकी से अंजाम दे रही है। किसानों को बड़े पूंजी घरानों और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का बंधुआ मजदूर बनाने के लिए 3 काले कृषि कानून बनाये गए है।  प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार की गलतियों का नतीजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है। अब उत्तर प्रदेश के लोग भाजपा सरकार से छुटकारा पाना चाहते हैं।


कांग्रेस पार्टी किसानों के हित की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा सरकार नौजवानों की जिंदगी में भी अंधेरा कर रही है। उनकी नौकरियां छीनी जा रही है, इसे लेकर नौजवानों में असंतोष है। अब भाजपा सरकार की नाकामी की करतूतें जनता के सामने हैं। अब सभी इससे निजात पाने को आतुर है।

वहीं महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा की प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में जनसामान्य की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है तो अन्य जिलों का हाल समझा जा सकता है। प्रदेश में सत्ता के संरक्षण में अपराध, लूट और अपहरण की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। पूरा बनारस लचर व्यवस्था के सहारे चल रहा है। कांग्रेस के लोग लगातार जनमुद्दों पर संघर्षरत हैं।

इस दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव सतीश चौबे, प्रदेश सचिव इमरान खान, महानगर महासचिव मनीष चौबे, महानगर उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, महानगर सचिव मनीष शर्मा, महासचिव किसान कांग्रेस पंकज सिंह डब्लू, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, हरीश मिश्रा, पूर्व महानगर अध्यक्ष हाजी रईस अहमद, नेता पार्षद दल सीताराम केशरी, अध्यक्ष विजय शंकर मेहता, ओमप्रकाश ओझा, मनीष मोरोलिया, पार्षद हाजी वकास अंसारी, जफरुल्ला जफर, पार्षद प्रिंस राय खगोलन, पार्षद बेलाल अंसारी, हसन मेहंदी कब्बन, पार्षद साजिद अंसारी, डॉ. राजेश गुप्ता, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।