जब अनियमितता मिलने पर आग बबूला हो गईं डीएम ईशा दुहन, औचक निरीक्षण में अधिकारियों की लगा दी क्लास...

जिलाधिकारी ईशा दुहन इन दिनों शासन के मंशा के अनुरुप कार्य को गति देने में लगी हुई है, बुधवार को उन्होंने कार्य के प्रति उदासीनता पाते हुए अफसरों की क्लास लगा दी.

जब अनियमितता मिलने पर आग बबूला हो गईं डीएम ईशा दुहन, औचक निरीक्षण में अधिकारियों की लगा दी क्लास...

चंदौली, भदैनी मिरर। चकिया-तहसील क्षेत्र के फिरोजपुर गांव स्थित निर्माणाधीन आईटीआई कॉलेज भवन परिसर का बुधवार की दोपहर डीएम ईशा दुहन ने पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्य की प्रगति धीमी होने एवं निर्माण कार्यों में प्रयोग हो रहे तीन नंबर के ईंट व घटिया सरिया का सीमेंट इत्यादि को देखकर आग बबूला हो उठीं। उन्होंने मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारियों की क्लास लगा दी। और निर्माण कार्यों में प्रयोग हो रहे सभी सामग्रियों का सैंपल लेकर टेक्निकल टीम को गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर निर्धारित मानक के अनुसार निर्माण सामग्री नहीं पाई गई और घटिया सामग्रियों का प्रयोग किया गया,तो संबंधित अधिशासी अभियंता और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने फिरोजपुर गांव में स्थित गोवंश आश्रय स्थल का भी औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने गौशाला के फर्श की मरम्मत कराने के साथ ही पानी निकासी की समुचित व्यवस्था किए जाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए पर्याप्त चारा पानी की व्यवस्था एवं नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित रखें अन्यथा लापरवाही पर कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही पशु चिकित्सक नियमित रूप से समय-समय पर भ्रमण कर पशुओं के स्वास्थ्य के साथ ही उनका टीकाकरण करें। गो आश्रय स्थल से सटे तालाब को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किए जाने के लिए उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए।

उसी क्रम में डीएम ईशा दुहन ने चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य एवं चल रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। वहीं चिकित्सालय परिसर में नीति आयोग के फंड से क्रय किए गए चिकित्सा उपकरण एवं विकसित किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर को भी देखा। इसके साथ ही चिकित्सालय परिसर में निर्माणाधीन सेंट्रल किचन के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने एवं टीम बनाकर गुणवत्ता की जांच करने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि 108 नंबर एवं 102 नंबर की एंबुलेंस को हमेशा तत्पर रखें।एवं मौके पर पहुंचकर मरीजों को अस्पताल तक ले आने वाले आए जाने में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इसमें लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इसके साथ ही डीएम ने अस्पताल परिसर के लेबर रूम, बायोमेडिकल वेस्ट, शव गृह, इमरजेंसी वार्ड, एमबीएसयू, चिकित्सा उपकरणों का मुआयना किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें एवं उन्हें मोरल सपोर्ट दें। इसके साथ ही उन्होंने शब्द रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि सभी चिकित्सकों मेडिकल स्टाफ चिकित्सालय में समय से उपस्थित होंगे इस में लापरवाही न बरती जाए। अन्यथा शिकायत मिलने पर किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, कठोर कार्यवाही की जाएगी।

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय