काशी के देवालयों में अन्नकूट महोत्सव की धूम, 511 कुंतल प्रसाद से सजा अन्नपूर्णा दरबार...

भोले की नगरी में अन्नकूट महोत्सव की छटा देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए यादगार बन गई.

काशी के देवालयों में अन्नकूट महोत्सव की धूम, 511 कुंतल प्रसाद से सजा अन्नपूर्णा दरबार...

वाराणसी, भदैनी मिरर। भोले की नगरी में अन्नकूट महोत्सव की छटा देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए यादगार बन गई. अन्न, मेवा से बने पकवानों, मिठाइयों के भंडार सजाए गए. देवालयों में भगवान के समक्ष 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया और मिष्ठानों से भव्य सजावट की गई. तीनों लोक के स्वामी बाबा विश्वनाथ के दरबार में देशी घी के लड्डुओं का शिवालय का दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे. मां अन्नपूर्णा के धाम में भी अन्न का अनूठा पहाड़ सजाया गया. शहर के अन्य मंदिरों में भी अन्नकूट की छटा देखने के लिए मंगलवार को श्रद्धालुओं की कतार लगी रही. मंगला आरती के बाद बाबा विश्वनाथ के दरबार में सजे लड्डुओं के शिवालय का दर्शन आरंभ हो गया था. अन्नकूट की झांकी दर्शन के लिए लंबी कतार लगी. शिवालय के द्वार पर लड्डुओं से ही श्रीराम लिखा था. गर्भगृह में छप्पन भोग के अलावा मेवा, मिश्री, पकवान का भोग अर्पित किया गया. अन्नपूर्णा मंदिर में 511 कुंतल वजन की मेवा, फल और खोवा, छेना से बनी मिठाइयों सहित कच्चे भोग यानी चावल, दाल, तरह-तरह की सब्जियां, चटनी, अचार, पापड़ के रूप में अन्न का पहाड़ सजाया गया. यहां श्रद्धालुओं ने अन्नकूट का भोग-प्रसाद मंदिर परिसर के अन्नक्षेत्र में ग्रहण किया. अन्न से बनाए गए पर्वत को प्रसाद के रूप में पाने की दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं में होड़ मची रही.

छप्पन भोग के साथ मंदिरों में सजी झांकी

अन्नकूट पर शहर के कई मंदिरों में छप्पन भोग की झांकी सजाई गई. कई तरह की मिठाइयां, नमकीन और विभिन्न प्रकार के व्यंजन से देवी देवताओं का शृंगार किया गया. विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. दुर्गा मंदिर में अन्नकूट की झांकी सजाई गई. मां को छप्पन भोग अर्पित किया गया. दुर्ग विनायक मंदिर में अन्नकूट का भव्य शृृंगार किया गया.

इन मंदिरों में सजाया गया अन्नकूट

काशी विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा सहित शनि मंदिर, अक्षयवट हनुमान मंदिर, शीतला मंदिर, शाक्षी विनायक मंदिर, विशालाक्षी मंदिर में अन्नकूट महोत्सव मनाया गया.