आकांक्षा दुबे प्रकरण: जिला जेल में दाखिल हुआ समर सिंह, पुलिस कस्टडी रिमांड पर उगले कई राज...
13 अप्रैल से पुलिस स्टडी रिमांड पर रहे सिंगर समर सिंह को सोमवार को जिला जेल में दाखिल करवा दिया गया. इस दौरान जांच कर रहे पुलिस अफसरों से समर सिंह ने कई राज खोले हैं.
वाराणसी,भदैनी मिरर। आकांक्षा दुबे आत्महत्या प्रकरण में उकसाने के आरोपी भोजपुरी सिंगर समर सिंह को पुलिस ने जिला जेल में दाखिल करवा दिया है. जिला जेल में दाखिल कराने से पहले उसका मेडिकल चेकअप करवाया गया. वह बीते 13 अप्रैल से पुलिस कस्टडी रिमांड पर था. इस दौरान समर सिंह ने कई राज खोले है.
पुलिस ने समर सिंह का मोबाइल लखनऊ से बरामद किया है. जांच में जुटे पुलिसकर्मी मोबाइल को खंगाल चुके है, साथ ही समर के मोबाइल को पुलिस यह पता लगाने के लिए लैब भेजेगी कही समर ने महत्त्वपूर्ण चैटिंग डिलीट तो नहीं की है? सूत्रों की माने तो आकांक्षा दुबे का शव जब 26 मार्च को होटल में मिला तो समर वाराणसी एयरपोर्ट पर ही था.
जानकारी के मुताबिक 25 मार्च को शूटिंग के सिलसिले में समर गोरखपुर था और 26 को स्टेज शो प्रोग्राम के लिए उसे मुंबई जाना था. उसको लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी से मुंबई के लिए फ्लाइट पकड़नी थी. एयरपोर्ट पर ही समर को आकांक्षा दुबे के आत्महत्या की खबर मिल गई. जब मीडिया से आकांक्षा दुबे के साथ समर सिंह के नाम को जोड़ना शुरु किया तो समर ने अपना मुंबई का प्लान कैंसिल कर लखनऊ निकल गया.
जांच करने वाले अफसरों की माने तो समर लखनऊ अपनी गाड़ी में ही मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा और सड़क मार्ग से देहरादून, मेरठ, नोएडा और गाजियाबाद में रहा. इस दौरान वह लगातार कानूनी मदद के लिए अधिवक्ताओं की राय लेता रहा.
बता दें, आकांक्षा दुबे का शव सारनाथ के एक होटल में संदिग्ध परिस्थिति में मिला था. उसके बाद आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे की तहरीर पर 27 अप्रैल को सारनाथ थाने में आईपीसी की धारा 306 में सिंगर समर सिंह और उसके करीबी संजय सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. जिसके बाद पुलिस दोनों की तलाश करती रही. सात अप्रैल को गाजियाबाद से समर की गिरफ्तारी हुई और 12 अप्रैल को उसके करीबी संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई.