छह सूत्रीय मांग को लेकर सेंट्रल ऑफिस पर ABVP छात्रों का हल्ला बोला, चेताया निर्णय नहीं हुआ तो होगा आंदोलन...

बीएचयू इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में CUET प्रवेश काउंसिलिंग के नाम पर अभ्यर्थियों से अवैध वसूली की जा रही है.

छह सूत्रीय मांग को लेकर सेंट्रल ऑफिस पर ABVP छात्रों का हल्ला बोला, चेताया निर्णय नहीं हुआ तो होगा आंदोलन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने मंगलवार को छह सूत्रीय मांग को लेकर कुलपति कार्यालय पहुंच गए. छात्रों के सेंट्रल ऑफिस पहुंचने की खबर पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के जवानों ने उन्हें गेट पर रोकने की कोशिश की, जिसके बाद जमकर धक्का मुक्की हुई.  जिसके बाद छात्र वहीं जमीन पर बैठकर जमकर कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद अपना मांग पत्र डीएसडब्ल्यू को सौंपा. चेताया की यदि मांग नहीं पूरी होती है आंदोलन होंगे.

बीएचयू इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में CUET प्रवेश काउंसिलिंग के नाम पर अभ्यर्थियों से अवैध वसूली की जा रही है. अभी परीक्षा का परिणाम भी नहीं आया है और प्रत्येक विद्यार्थी से बढ़ा हुआ पंजीकरण शुल्क लिया जा रहा है. पेड सीट की काउंसिलिंग के नाम पर ₹700 लिए जा रहे हैं जो पिछले वर्ष तक निःशुल्क थी. विद्यार्थी परिषद इसे तत्काल वापस लेने की मांग करती है. साथ ही CUET में से स्नातक पूर्ण किए विद्यार्थियों के लिए संस्थान प्राथमिकता की पुरानी व्यवस्था बहाल की जानी चाहिए. इसी के साथ हाल के दिनों में देखा गया है की विश्वविद्यालय में प्रशासनिक आराजकता चरम पर पहुंच गई है. विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, वार्डन आदि अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जा कर विद्यार्थियों के हित के विपरित कार्य का रहे हैं ऐसे सभी मामलों की जांच होनी चाहिए साथ ही विश्वविद्यालय की Unfair Means Committee समेत अन्य समितियों में विद्यार्थियों को अपना पक्ष रखने का अवसर नहीं दिया जा रहा जिस कारण विद्यार्थियों पर एक तरफा कार्यवाही हो रही है. हम मांग करते है इन सभी प्रकार की समितियों में विद्यार्थी को अपना पक्ष रखने का अवसर प्रदान किया जाए. विश्वविद्यालय में विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों के फ्रेशर फेयरवेल हेतु प्रति वर्ष सभागार के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है. प्रायः इस कारण विद्यार्थी आंदोलन भी करते हैं जिस कारण उनके शैक्षणिक वातावरण प्रभावित होता है विद्यार्थी परिषद मांग करती है की हॉल आवंटन के नियम विद्यार्थियों के हित में सरल किए जाएं. हमने विश्वविद्यालय प्रशासन को 6 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है और हम मांग करते है इन सभी मांगो पर गंभीरतापूर्वक विचार एवं कार्यवाही हो।"
प्रदर्शन के दौरान मेघा मुखर्जी,सर्वेश सिंह, आशुतोष शर्मा, भास्क्रदित्य, अश्वनी, वारिस खान, अवधेश पांडेय, आलोक त्रिपाठी, विश्वास, भारत आनंद समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

यह है छह सूत्रीय मांग

1. CUET प्रवेश पंजीकरण के नाम पर की जा रही अवैध वसूली तत्काल बंद हो । पेड सीट की काउंसिलिंग के नाम पर ₹700 अलग से लेने का प्रावधान निरस्त किया जाए एवं अभ्यर्थियों को राशि वापस की जाए।
2. CUET PG प्रवेश में विश्वविद्यालय से स्नातक किए विद्यार्थियों के लिए Institutional Preference के साथ आवेदन करने की समय सीमा पुनः स्नातक पूर्ण करने की पुरानी व्यवस्था के अनुरूप की जाए।
3. विश्वविद्यालय में व्याप्त प्रशासनिक अराजकता बंद हो । विभिन्न संकायों के डीन द्वारा अपनी प्रशासनिक शक्तियों के दुरुपयोग पर लगाम लगे एवं पूर्व में हुए ऐसे प्रकरणों की जांच की जाए। संकायाध्यक्ष कार्यालय विद्यार्थियों की समस्या के समाधान हेतु कार्य करें न की समस्या को बढ़ाने हेतु। UFM समिती समेत विश्वविद्यालय की अन्य समितियों में विद्यार्थियों को अपना पक्ष रखने का अवसर मिले।
4. विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों में फ्रेशर एवं फेयरवेल जैसे कार्यक्रम आयोजित कराने हेतु हॉल आवंटन के नियम सरल किए जाएं।
5. मैत्री जलपान गृह की व्यवस्था सुदृढ़ हो एवं पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती की जाए।
6. विश्वविद्यालय में बढ़ते आत्महत्या के मामले एवं विद्यार्थियों के अवसादग्रस्त होने से रोकथाम हेतु प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए।