अग्निपथ योजना के खिलाफ आप ने किया प्रदर्शन, बोले भारतीय सेना सिक्योरिटी ट्रेनिंग बनकर रह जाएगी! 

AAP demonstrated against Agneepath plan said Indian Army will remain as security trainingअग्निपथ योजना के खिलाफ आप ने किया प्रदर्शन, बोले भारतीय सेना सिक्योरिटी ट्रेनिंग बनकर रह जाएगी! 

अग्निपथ योजना के खिलाफ आप ने किया प्रदर्शन, बोले भारतीय सेना सिक्योरिटी ट्रेनिंग बनकर रह जाएगी! 

वाराणसी,भदैनी मिरर। भारतीय सैन्य भर्ती की नई प्रक्रिया के विरोध में लगाकर देश जल रहा है. इसी बीच वाराणसी में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपा. आरोप लगाया की योजना से देश के युवा आक्रोशित है, और युवाओं के भविष्य से किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जाना चाहिए.

 युवाओं के भविष्य को प्राइवेट कंपनीयों के हाथों

जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल ने कहा की भारतीय सेना वास्तव में सैन्य भर्ती न होकर एक सिक्योरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेंटर होकर रह जायेगी. चार साल तक सेना में रहने के बाद युवा या तो किसी प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करेगा या फिर बेरोजगारी की मार से आत्महत्या करने को मजबूर होगा. ऐसे में ऐसा लगता है जैसे सरकार ने यह कदम जानबूझकर देश के युवाओं के भविष्य को प्राइवेट कंपनीयों के हाथों में देने के लिए उठाया है. सरकार जानबूझकर निजी कंपनियों को फायदा पंहुचा रही है. 


भारतीय सेना और सैनिकों से विश्वासघात

जिलाध्यक्ष ने कहा की सरकार का यह तर्क भारतीय सेना और सैनिकों दोनों के साथ विश्वासघात है की 4 वर्षों के बाद सैनिकों को सेवानिवृत्त करने से पेंशन पे आउट कम देना पड़ेगा. सरकार सेना की प्रभावशालिता और ताक़त को सिर्फ इसलिए कमजोर कर रही है ताकि उसे सैनिकों को पेंशन न देनी पड़े. सरकार का यह कुतर्क देश के सभी नौजवानों और देशभक्तों का मजाक बना रहा है. भारतीय सेना अपने जांबाज सिपाहियों के लिए देश की सेवा और मातृभूमि की सुरक्षा करने का एक सशक्त माध्यम है. इसी देशभक्ति और मातृभूमि की रक्षा के लिए सैनिक हर क्षण अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं लेकिन सरकार के इस फैसले ने सैनिकों की इस भावना और जज्बे को रौंदते हुए मातृभूमि की रक्षा के कर्त्तव्य को सिर्फ 4 वर्षों की कॉन्ट्रेक्ट आधारित नौकरी बनाकर रख दिया. यह एक घोर अपमानजनक कदम है. प्रदर्शन मे घनश्याम पांडेय, अखिलेश पांडे, विनोद जायसवाल, मनीष गुप्ता, कृष्णकांत तिवारी, पल्लवी वर्मा, शारदा टंडन, अजीत सिंह ,सत्य प्रकाश राम, अर्चना श्रीवास्तव, अनीता यादव ,शिखा संतोष ,सौरव, डॉ प्रवीण गुप्ता, अनुराग सिंह, धर्मेंद्र तिवारी ,रघुकुल यथार्थ, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे.