हंगामे के बाद बिना EVM के चल रही काउंटिंग की ट्रेनिंग, प्रत्यशियों ने जमकर काटा था बवाल...
After the uproar, the training of counting going on without EVM, the candidates had fiercely cut the ruckus. प्रशिक्षण हेतु जा रही ईवीएम को रोककर राजनैतिक दल के समर्थकों द्वारा किए गए हंगामे के बाद आज मतगणना के लिए लगाए गए कर्मचारी बिना ईबीएम मशीन के ही ट्रेनिंग ले रहे है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। पहड़िया मंडी के अलग स्ट्रांग रुम में रखें प्रशिक्षण हेतु ईवीएम को यूपी कॉलेज ले जाते समय समाजवादी नेताओं द्वारा शहर दक्षिणी के बोल्ट ईवीएम बताकर किया गया हंगामा देखते ही देखते तूल पकड़ लिया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ईबीएम निगरानी के लिए यूपी के सभी जिला में प्रभारियों की नियुक्ति कर दी। पहाड़ियां मंडी में बवाल इतना बढ़ा की रात 2 बजे तक जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा नेताओं को समझाते रहे। अंत में जब प्रत्यशियों ने ईबीएम का मिलान करवाया तब जाकर मामला शांत हुआ।
928 कर्मचारी ले रहे ट्रेनिंग
पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव का मतगणना 10 मार्च को होना है। डीएम ने मामले के तूल पकड़ते ही साफ कर दिया था कि यह ईबीएम प्रशिक्षण हेतु यूपी कॉलेज ले जाई जा रही थी, जिससे काउंटिंग करने वाले कर्मचारियों की ट्रेनिंग होनी है। बाबजूद इसके बवाल को देखते हुए प्रशिक्षण के लिए ईबीएम यूपी कॉलेज नहीं जा सका और बिना ईबीएम के ही यूपी कॉलेज में 928 कॉउटिंग कर्मचारियों का प्रशिक्षण चल रहा है। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि 16 कमरों में बिना EVM के प्रोजेक्टर और वीडियो के आधार पर ट्रेनिंग चल रही है। यह इनका द्वितीय प्रशिक्षण है। प्रथम प्रशिक्षण में इनको EVM से वोट गिनना सीखा दिया गया था।
चुनाव आयोग ने भी किया खंडन
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश ने मामला बढ़ता देख साफ किया कि कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें गाड़ी में ले जायी जा रही थीं, जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गयी। ये ईवीएम
प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं। जिले में मतगणना अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए 9 मार्च को प्रशिक्षण आयोजित किया गया है, जिसके लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से यूपी कॉलेज स्थित प्रशिक्षण स्थल ले लायी जा रही थीं। कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती हैं। प्रशिक्षण हेतु ले जायी जा रही इन ईवीएम को कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ई०वी०एम०) कह कर अफवाह फैलायी गयी है।