अन्नपूर्णा मंदिर के महंत की स्थिति नाजुक तीन दिन से हैं वेंटिलेटर पर, काशीवासी ने शुरु की प्रार्थना, जाने किन-किन तरीकों से अन्नपूर्णा मंदिर करता है सेवा...

भिक्षां देहि च पार्वती! अर्थात काशी में स्वयं भगवान विश्वनाथ माता पार्वती से अन्न की भिक्षा मांगते है। मान्यता है कि माता अन्नपूर्णा का भंडार सदैव काशीवासियों के लिए खुला रहता है। काशी कोई भूखें न सोए इसकी जिम्मेदारी भी इसी मंदिर की भगवती माता अन्नपूर्णा पर है।

अन्नपूर्णा मंदिर के महंत की स्थिति नाजुक तीन दिन से हैं वेंटिलेटर पर, काशीवासी ने शुरु की प्रार्थना, जाने किन-किन तरीकों से अन्नपूर्णा मंदिर करता है सेवा...

वाराणसी,भदैनी मिरर। ' अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकरप्राणबल्लभे। ज्ञान वैराग्यसिद्धार्थम भिक्षां देहि च पार्वती।। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए माता की महिमा और गुणगान को जन-जन तक पहुंचाने वाले महंत रामेश्वरपूरी की स्थिति नाजुक बनी हुई है। वह पिछले तीन दिनों से वेंटीलेटर पर है, यह खबर मिलते ही मठ-मन्दिर और आश्रम में मायूसी छा गई है। महंत रामेश्वरपुरी के भक्तों ने माता अन्नपूर्णा से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना शुरु कर दी है। उप-महंत शंकरपुरी लखनऊ मेदांता के लिए रवाना हो गए है।


बता दें कि महंत के हार्ट में इंफेक्शन बढ़ गया था। साथ ही प्रोटीन और पोटैशियम की कमी पाई गई थी। जिसके बाद पहले उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया, हालात बिगड़ने की वजह से पिछले तीन दिनों से वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। सबसे पहले उनकी तबियत हरिद्वार कुंभ के दौरान बिगड़ी थी, जांच में वह कोरोना संक्रमित पाए गये थे।


गरीबों का हाथ पीला कराता है ट्रस्ट


अन्नपूर्णा मंदिर के ट्रस्ट को कई सामाजिक कार्य करने का गौरव प्राप्त है। उनमें से एक खास है कि वह प्रत्येक वर्ष गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह करवाकर उनके हाथ पीले करवाता है, साथ ही कन्या को अपनी बिटिया की तरह गृहस्थी के समान देकर विदा करता है।


अन्नपूर्णेश्वरी का खुला रहता है भंडार


अन्नपूर्णा मंदिर का भंडार सभी भक्तों के लिए हमेशा खुला रहता है। पिछले एक दशकों से जो भी श्रद्धालु माता के दर्शन को आते है उन्हें सात्विक भर पेट भोजन प्रसाद स्वरुप मिलता है। इसके अलावा करीब दो दर्जन से ऊपर अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट की शाखाएं है जिनमें लक्सा रामकुंड स्थित अन्नपूर्णा अस्पताल, शिवपुर स्थित ब्रह्मचर्य ऋषिकुल आश्रम, अन्नपूर्णा सिलाई कढ़ाई केंद्र और अन्नपूर्णा निःशुल्क कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट प्रमुख है।