हनी ट्रैप में फंसे साड़ी व्यापारी की गला घोटकर की गई थी हत्या, दंपति सहित तीन अरेस्ट...

भेलूपुर के गौरीगंज निवासी साड़ी कारोबारी महमूद आलम हनी ट्रैप के शिकार हुए और उनकी हत्या कर दी गई है. पुलिस दंपति सहित तीन को पुलिस ने अरेस्ट किया है.

हनी ट्रैप में फंसे साड़ी व्यापारी की गला घोटकर की गई थी हत्या, दंपति सहित तीन अरेस्ट...

वाराणसी, भदैनी मिरर।  बीते शनिवार को गायब हुए भेलूपुर के गौरीगंज निवासी साड़ी व्यापारी महमूद आलम की हत्या कर दी गई है. आरोपियों ने चुनार में गंगा पुल से गंगा में शव फेंक दिया है. वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने हनी ट्रैप से जुड़े इस घटना से जुड़े पति-पत्नी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में बागबरियार बडी पियरी थाना चेतगंज निवासी अनिरुद्ध पाण्डेय उर्फ अनुराग अन्नू और उसकी पत्नी अँजली पाण्डेय उर्फ दिव्या सिंह और भर्थिया कादीपुर लिलारी भरौली थाना कोपागंज जनपद मऊ निवासी प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम को गिरफ्तार कर घटना का अनावरण किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लाख 73 हजार रूपये नगद रिकवर किया है. इसके अलावा एक्सयूवी कार, एम्प्रोआरमाई कम्पनी की घड़ी, पासपोर्ट, आईसीआईसीआई डेविट कार्ड, पैन कार्ड, ब्लैंक चेक, एक अदद चार्जिंग केबल और घटना में प्रयुक्त स्टोल बरामद किया है.

धन उगाही के लिए बनाई योजना

एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया की प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम पहले साइन सिटी से जुड़ा हुआ था परंतु कंपनी के भाग जाने के बाद से वह चौक में साड़ी आदि का काम करने लगा. उसी दौरान मार्केट में अपहृत महबूब आलम के बारे में जानकारी हुई. प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान ने अपने साथी अनिरुद्ध पाण्डेय व उसकी पत्नी दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय के साथ मिलाकर महबूब आलम का अपहरण कर पैसा वसूलने की योजना बनायी. योजना के तहत दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय ने हनी ट्रैप के तहत महबूब आलम से मुलाकात कर लाइफ इंश्योरेंस में बीमा आदि कराने की बात कहकर परिचय किया और धीरे-धीरे फोन कॉल व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क बढ़ाया. 13 जनवरी को दाल मंडी से नया फोन खरीदा और 14 जनवरी को प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान अपनी चार पहिया लेकर अनिरुद्ध पांडेय और अंजलि को साथ लेकर बस अड्डा पहुंचा वहीं से एक फर्जी सिम खरीद कर दिव्या से फोन कराकर अपहृत महमुद आलम को बुलवाया. महबूब आलम ने किसी काम के सिलसिले में बीएचयू में होना बताया तब इन लोगों ने उसे विश्वनाथ मंदिर बीएचयू परिसर में बुलाया और वहां पहुंच कर इंतजार करने लगे, थोड़ी देर में महबूब आलम के स्कूटी से वहां पहुंचने पर दिव्या ने उसे बुलाकर एक्सयूवी में बैठा लिया. उसके बाद तीनो गाड़ी लेकर आगे बढ़े.

(हत्या में शामिल दंपति अनिरुद्ध पाण्डेय, दिव्या सिंह उर्फ अंजलि पांडेय और प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम {बाएं से दाएं})

20 लाख की थी डिमांड

आरोपियों ने पुलिस को बताया की महबूब आलम के हाथ पैर बांधकर अपहरण कर बीएलडब्लू चौकाघाट होते हुए रिंग रोड से जौनपुर रोड पर पहुंचे तब तक अंधेरा हो चुका था. फूलपुर बाईपास पर सुनसान स्थान पर गाड़ी रोक कर अपहृत से 20 लाख रुपयों की मांग की. उसके द्वारा इतने रुपए ना होने की बात कही तब इन लोगो के कहने पर घर
से ₹8 लाख रुपये मंगाने के लिए बेटे को फोन करवाया. फोन पर महबूब आलम ने बेटे से मुश्किल में होने एवं ₹8 लाख की व्यवस्था करने की बात कही बेटे के द्वारा संदेह होने पर और जानकारी मांगी तो आरोपियों ने फोन स्वीच ऑफ करा दिया. आरोपियों ने कारोबारी से उसके एटीएम का पिन पूछ कर बाबतपुर के पास एटीएम से ₹90 हजार निकाले इसके बाद जौनपुर हाईवे पर जलालपुर केराकत होते हुए चंदवक आकर गोमती नदी में मोबाइल फोन फेका. गाजीपुर रोड से वापस लौटते हुए रिंग रोड हरहुआ मोहनसराय आखरी होते हुए चुनार के पास गंगा नदी पुल के पास पहुंचे और महबूब आलम की दुपट्टा और मोबाइल के डाटा केबल से गला कसकर हत्या कर दी और शव को चुनार गंगा पुल से नदी में फेंक कर रामनगर पहुंचे. जहां पर आरोपियों ने एटीएम से फिर ₹90 हजार निकालें. वहां से पड़ाव होते हुए पांण्डेयपुर आये जहां पर प्रवीण ने अनिरुद्ध व उसकी पत्नी दिव्या को उनसे घर पर उतारकर अपने गांव मऊ की तरफ भागा. मऊ जाते समय चिरईगांव में एटीएम से पुन: ₹10 हजार निकाले व रास्ते में एटीएम तोड़ कर फेंक दिया.

सर्विलान्स सेल टीम में यह रहे शामिल

इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पाण्डेय प्रभारी सर्विलांस सेल, हेड कांस्टेबल ज्ञानेन्द्र कुमार, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार पासवान, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार यादव, हेड कांस्टेबल दिवाकर वत्स, हेड कांस्टेबल अनुग्रह वर्मा, हेड कांस्टेबल मंटू कुमार सिंह,कांस्टेबल मनीष कुमार, कांस्टेबल प्रेम पंकज कुमार शामिल रहे.

क्राइम ब्रान्च पुलिस टीम में शामिल 

निरीक्षक सुनील कुमार सिंह एसओजी प्रभारी, दरोगा मनीष मिश्रा एसओजी टीम, हेड कांस्टेबल ब्रह्मदेव एसओजी टीम, हेड कांस्टेबल चन्द्रभान यादव, हेड कांस्टेबल प्रमोद सिंह, कांस्टेबल रमाशंकर यादव, कांस्टेबल पवन तिवारी, कांस्टेबल अविनाश शर्मा, कांस्टेबल आशीष सिंह, कांस्टेबल दिनेश कुमार, कांस्टेबल शंकर गौतम, हेड कांस्टेबल चालक उमेश सिंह शामिल रहे.

थाना भेलूपुर पुलिस टीम में शामिल 

रमाकान्त दुबे, प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर, ब्रजेश सिंह चौकी प्रभारी अस्सी थाना भेलूपुर, प्रभाकर सिंह चौकी प्रभारी बजरडीहा, दरोगा उत्कर्ष चतुर्वेदी, हेड कांस्टेबल अजेन्द्र राय, हेड कांस्टेबल लोकनाथ सिंह, कांस्टेबल अजय सिंह, कांस्टेबल विनय शर्मा, कांस्टेबल चालक अनिल सिंह, कांस्टेबल श्रीकान्त वर्मा, कांस्टेबल नीरज कुमार थाना, कांस्टेबल सुमित शाही और महिला आरक्षी आशा सिंह थाना भेलूपुर कमिश्नरेट शामिल रही.