गंगा के बढ़ते जलस्तर से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, 19 बाढ़ चौकियां हुई कार्यशील...

गंगा के जल स्तर में बढ़ाव का क्रम जारी है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक चारों तरफ जल ही जल नजर आ रहा है. आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, 19 बाढ़ चौकियां हुई कार्यशील...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा के जल स्तर में बढ़ाव का क्रम जारी है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक चारों तरफ जल ही जल नजर आ रहा है. आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है. गंगा के जल स्तर में बढ़ाव का आलंम ये कि अब श्री काशी विश्वनाथ धाम और रामनगर के बंदरगाह में भी गंगा का जल प्रवेश कर चुका है. प्रति घंटे एक सेंटीमीट की रफ्तार से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. इससे गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से 20 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं.

जिला सूचना विभाग के मुताबिक 19 बाढ़ चौकियों को क्रियाशील किया गया है. जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने निर्देशित किया है किसी भी हाल में किसी भी बाढ़ पीड़ितों को कष्ट नहीं होना चाहिए. उधर नोडल अफसर युद्धस्तर पर खाद्यान सामग्री वितरित कर रहे है, पशुओं के लिए पशु चिकित्साधिकारी जगह-जगह भूसा और दवाई वितरित कर रहे है.

नालियो के जरिए गलियों में पहुंचने लगा पानी

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार खतरा बिंदु 71.262 मीटर है जबकि गंगा 72.01 मीटर पर बह रही है. इधर मध्य शहर में दशाश्वमेध घाट से सीढ़ियों से ऊपर पहुंचीं गंगा का पानी नालियो के जरिए गलियों में पहुंचने लगा है. उधर बाढ़ के पानी की वजह से अस्सी-नगवां मार्ग बंद हो गया है. सामनेघाट-रामनगर मार्ग पर कमर तक पानी भर गया है. सामनेघाट-मारुतिनगर सड़क पर गर्दन तक पानी है। गंगा का पानी असि नदी में पहुंचने से संकटमोचन मंदिर तक गंगा का पानी पहुंच गया है.