अंतिम चरण के मतदान से पहले अखिलेश यादव का सपा कार्यकर्ताओं को मैसेज, कहा-भाजपाई के बहकावे में...
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सातवें चरण के मतदान से पहले अपने INDI गठबंधन के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से अपील की है. उन्होंने सजग, सतर्क और सचेत रहने की सलाह देते हुए भाजपाई के बहकावे में न आने को कहा है. सपा प्रमुख ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है.
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सातवें चरण के मतदान से पहले अपने INDI गठबंधन के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से अपील की है. उन्होंने सजग, सतर्क और सचेत रहने की सलाह देते हुए भाजपाई के बहकावे में न आने को कहा है. सपा प्रमुख ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है.
प्रिय कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों
मैं आज आपसे एक बेहद ज़रूरी अपील कर रहा हूँ. आप सब कल वोटिंग के दौरान भी और वोटिंग के बाद के दिनों में भी, मतगणना ख़त्म होने और जीत का सर्टिफिकेट मिलने तक पूरी तरह से सजग, सतर्क, सचेत और सावधान रहिएगा और किसी भी प्रकार के भाजपाई बहकावे में न आइएगा.
दरअसल ये अपील हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भाजपावालों ने ये योजना बनायी है कि कल (शनिवार) शाम को चुनाव ख़त्म होते ही, वो अपनी ‘मीडिया मंडली’ से विभिन्न चैनलों पर ये कहलवाना शुरू करेंगे कि भाजपा को लगभग 300 सीटों के आसपास बढ़त मिली हुई है, जो कि पूरी तरह से झूठ है. ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठेगा कि भाजपा को इस दो-तीन दिन का झूठ बोलने से क्या मिलेगा, जबकि ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार बनने जा रही है.
उन्होंने आगे लिखा , इसके जवाब में हम आपको बता दें कि ऐसा झूठ फैलाकर भाजपा वाले आप सबका मनोबल गिराना चाहते हैं, जिससे आपका उत्साह कम हो जाए और आप लोग मतगणना के दिन सावधान और सक्रिय न रहें. जिसका फ़ायदा उठाते हुए भाजपा कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से मतगणना में धांधली कर सके. ध्यान रहे जो भाजपाई चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव में कोर्ट द्वारा लगवाए गये कैमरों के सामने धांधली करने का बेशर्म दुस्साहस कर सकते हैं, वो चुनाव जीतने के लिए कोई भी घपला-घोटाला करने के लिए उतारू हो सकते हैं, इसीलिए ये सजगता ज़रूरी है.
इसीलिए आप लोगों से ये विशेष अपील है कि आप लोग किसी भी भाजपाई ‘एक्जिट पोल’ के बहकावे में नहीं आएं और पूरी तरह से चौकन्ना रहते हुए, अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हुए डटे रहें और जीत के अपने मूल-मंत्र ‘मतदान भी सावधान भी’ को याद रखते हुए, जीत का प्रमाण-पत्र लेकर ही संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता की जीत का उत्सव मनाएं.