गंगा का जलस्तर कम होने के बाद अब सिल्ट साफ करने की चुनौती, अस्सी घाट पर सिल्ट की सफाई में जुटे घाट के तीर्थ पुरोहित और नाविक...

गंगा का जलस्तर कम होने के साथ ही एक तरफ जहां तटवर्ती लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं दूसरी तरफ जलस्तर कम होने के बाद घाटों पर मोटी सिल्ट जमा हो गई है.

गंगा का जलस्तर कम होने के बाद अब सिल्ट साफ करने की चुनौती, अस्सी घाट पर सिल्ट की सफाई में जुटे घाट के तीर्थ पुरोहित और नाविक...

वाराणसी,भदैनी मिरर। गंगा का जलस्तर कम होने के साथ ही एक तरफ जहां तटवर्ती लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं दूसरी तरफ जलस्तर कम होने के बाद घाटों पर मोटी सिल्ट जमा हो गई है. अस्सी घाट पर घाट पुरोहित, क्षेत्रीय दुकानदार, नविक सफाई में जुट गए है. वह जल्द से जल्द सफाई कर अपने रोजगार को पटरी पर लाना चाहते है. जहां एक तरह दैनिक संध्या आरती सांकेतिक हो गई है, वहीं बाढ़ के चलते अभी नाविकों का भी रोजगार ठप्प पड़ा है. 

क्षेत्रीय लोगों की माने तो गंगा का जलस्तर कम होने के बाद घाटों पर लगभग 3 से 4 फीट तक मोटी सिल्ट जमा हो गई है. जिसके कारण गंगा स्नान व दर्शन करने आए लोग दूर से ही मां गंगा को प्रणाम कर वापस लौट जा रहे हैं. साथ ही घाटों पर रहने वाले तीर्थ पुरोहितों, नाविकों और दुकानदारों का रोजगार तो गंगा में जलस्तर बढ़ने के साथ ही ठप हो गया था.

पुरोहितों का कहना है की 10 सितंबर से पितृपक्ष भी शुरू हो जाएगा. जिसमें हजारों की संख्या में लोग पिंडदान करने पहुंचते हैं. अगर जल्द ही सफाई प्रारंभ नहीं की गई तो लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. उनका कहना है कि जल्द से जल्द ज्यादा पंप लगाकर जमे मोटे सिल्ट को हटा देना चाहिए.