क्षय रोगियों का निजी चिकित्सक सौ फीसदी करें नोटिफिकेशन, इस साल अब तक 15 निजी चिकित्सकों को भेजा गया नोटिस: सीएमओ 

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सभी क्षय रोगियों (निजी तथा सरकारी अस्पतालों) का निक्षय पोर्टल पर नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है.

क्षय रोगियों का निजी चिकित्सक सौ फीसदी करें नोटिफिकेशन, इस साल अब तक 15 निजी चिकित्सकों को भेजा गया नोटिस: सीएमओ 

वाराणसी, भदैनी मिरर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सभी क्षय रोगियों (निजी तथा सरकारी अस्पतालों) का निक्षय पोर्टल पर नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है. निक्षय पोर्टल पर निजी चिकित्सक स्वयं क्षय रोगियों का पंजीकरण कर उन्हें सौ फीसदी नोटिफिकेशन करें. ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. इस साल अब तक 15 निजी चिकित्सकों को नोटिस जारी किया जा चुका है. साथ ही उन चिकित्सकों से पूछा गया है कि इस लापरवाही के लिए उन पर कार्रवाई क्यों न की जाए. स्पष्टीकरण के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग बेहद गंभीर है. सीएमओ ने कहा कि जनपद में निजी चिकित्सकों, चिकित्सालयों, मेडिकल स्टोर या लैब को क्षय रोगियों के पंजीकरण की जिम्मेदारी स्वयं ही निभानी होगी. अन्यथा की स्थिति में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की सुसंगत धारा 269 व 270 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी.

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर में नोटिफिकेशन बढ़ाने के लिए निजी चिकित्सकों को लगातार सूचित किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद कुछ निजी चिकित्सक नोटिफिकेशन में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. निजी चिकित्सकों को प्रति क्षय रोगी के नोटिफिकेशन करने के लिए 500 रुपये और उपचार पूरा होने पर आउटकम देने के लिए भी 500 रुपये दिये जाते हैं. उन्होने कहा कि जिन निजी चिकित्सालयों/चिकित्सकों के अंतर्गत क्षय रोगियों का उपचार चल रहा है, उस चिकित्सालय/चिकित्सक से नामित व्यक्ति ही निक्षय पोर्टल पर क्षय रोगियों के पंजीकरण का कार्य करेंगे. इसके साथ ही उनके नमूनों की जांच के लिए स्पुटम (बलगम) कलेक्शन और अस्पताल पर ही सैम्पल पैकेजिंग का भी काम करेंगे. डीटीओ ने बताया कि इस साल अब तक जनपद के 15 निजी चिकित्सकों को क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन न करने पर नोटिस भेजा जा चुका है. पिछले साल 37 निजी चिकित्सकों को नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई. उन्होंने बताया कि जनपद में इस साल अब तक पब्लिक सेक्टर में 7037 और प्राइवेट सेक्टर में सिर्फ 3822 क्षय रोगी नोटिफ़ाई किए गए जो कि पब्लिक सेक्टर के सापेक्ष बेहद कम है.

सीएमओ और डीटीओ की अपील 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी निजी चिकित्सकों व संस्थान से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग प्रदान करने की अपील की है. उनका कहना है कि शासन के निर्देश के क्रम में नये टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन कराना हमारी जिम्मेदारी है. अतः सभी निजी चिकित्सक सौ प्रतिशत क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन करना सुनिश्चित करें.
यहाँ किया जा सकता है संपर्क – निक्षय पोर्टल पर नोटिफिकेशन से संबन्धित किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर डीपीपीएमसी नमन गुप्ता (8840285287) से प्रातः दस बजे से सायं पाँच बजे तक कार्यदिवस पर सम्पर्क किया जा सकता है.