किलकारी मल्टीस्पेशियलिटी हस्पिटल के मालिक दंपत्ति के खिलाफ FIR दर्ज, बच्चे के जन्म के बाद चिकित्सकीय लापरवाही से महिला के मौत का आरोप...

सारनाथ के श्रीनगर कॉलोनी पहड़ियां स्थित किलकारी मल्टीस्पेशियलिटी हस्पिटल में प्रसूता साक्षी सिंह के ऑपरेशन से बच्चे के जन्म के बाद हुई लापरवाही और उपेक्षा से मौत के बाद चौबेपुर के बराई निवासी पति अभिलाश सिंह की तहरीर पर सारनाथ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.

किलकारी मल्टीस्पेशियलिटी हस्पिटल के मालिक दंपत्ति के खिलाफ FIR दर्ज, बच्चे के जन्म के बाद चिकित्सकीय लापरवाही से महिला के मौत का आरोप...

वाराणसी, भदैनी मिरर। सारनाथ के श्रीनगर कॉलोनी पहड़ियां स्थित किलकारी मल्टीस्पेशियलिटी हस्पिटल में प्रसूता साक्षी सिंह के ऑपरेशन से बच्चे के जन्म के बाद हुई लापरवाही और उपेक्षा से मौत के बाद चौबेपुर के बराई निवासी पति अभिलाश सिंह की तहरीर पर सारनाथ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है की अस्पताल की चिकित्सक दंपति डाक्टर शैली कुशवाहा और डाक्टर सुनील कुशवाहा की लापरवाही से सिवियर इंफेक्शन होने से मल्टीआर्गन फेल्योर हुआ, जब मामला सिरियस हुआ तो जल्दबाजी से महमूरगंज स्थित निजी अस्पताल में रेफर कर दिया. जहां चिकित्सकों ने पहले से हाई रिस्क बताते हुए भर्ती लिया लेकिन महिला की मौत हो गई. परिजन जब अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे तो अस्पताल संचालक डाक्टर दंपति गेट बंद कर पुलिस को बुला लिया. परिजनों ने पूरे घटना की लिखित शिकायत अधिकारियों से की, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. 

ऑपरेशन के लिए बनाया दबाव

पति अभिलाष सिंह का आरोप है की उनकी पत्नी साक्षी सिंह को पहला गर्भ था. वह अपनी पत्नी को नियमित अंतराल पर किलकारी हॉस्पिटल की डा शैली कुशवाहा को 31 जनवरी से 27 सितंबर तक तकरीबन 10 बार से ज्यादा अल्ट्रासाउण्ड कराया एवं सभी रिपोर्ट नार्मल होने के बावजूद चिकित्सक द्वारा फोन पर प्रथम प्रेग्नेन्सी की बात कहकर आपरेशन कर बच्चा पैदा करने के लिए दबाव डाला गया. अभिलाष सिंह का आरोप है की डा शैली कुशवाहा ने बाद में अल्ट्रासाउण्ड रिपोर्ट में गड़बड़ होने की बात कहकर डिलेवरी खर्च 50 हजार की जगह 1 लाख 50 हजार रुपए की मांग की. जिससे अभिलाष सिंह घबराकर अपनी पत्नी साक्षी को किलकारी हॉस्पिटल में  1 सितंबर को किलकारी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसी दिन सीजर द्वारा डिलेवरी कराई गयी और बच्चे को एन.आई.सी.यू. में रखा गया. 

पिसाब न होने से बिगड़ने लगी तबियत

आरोप है की ऑपरेशन के अगले दिन 2 सितंबर 2022 की दोपहर से प्रसूता साक्षी को पेसाब न होने से घबराहट शुरु हुई. बार-बार बुलाने के बाद भी डाक्टर शैली कुशवाहा नहीं आई. काफी तबियत बिगड़ने के बाद  03 सितंबर को डाक्टर शैली कुशवाहा दोपहर 12:30 पर तब आईं जब प्रसूता सिवियर सेप्टीसिमिया से ग्रसीत होकर कोमा में चली गई.जिसके बाद भी प्रसूता को अन्य अस्पतालों के लिए रेफर नहीं किया गया और लापरवाही के कारण मल्टी आर्गन फेल्योर होने लगे. जब हालत नाजुक हो गई तो 3 सितंबर की शाम साढ़े 3:30 बजे डा शैली कुशवाहा द्वारा महमूरगंज स्थित गैलेक्सी अस्पताल रेफर किया. जहां मरीज की चिन्ताजनक हालत देखते हुए गैलेक्सी हास्पिटल में पहले तो भर्ती लेने से इनकार किया फिर हाई रिस्क कंसेन्ट पेपर साइन कराते हुए भर्ती लिया. जहां प्रसूता साक्षी सिंह की मौत 4 सितंबर की दोपहर 12:50 पर हो गई.

मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु

अभिलाष सिंह का आरोप है कि किलकारी अस्पताल की डा. शैली कुशवाहा जानबूझ कर ज्यादा से ज्यादा प्रसूताओं की सीजर से अर्ली डिलेवरी कराती है ताकि अपरिपक्व बच्चे को अपने पिडियाट्रिक डाक्टर पति सुनील कुशवाहा एन.आई.सी.यू. में भर्ती कर मरीजों से धनादोहन करें. आरोप है की उनके गलत इलाज व आपरेशन से ही उन्हे अपनी पत्नी से हाथ धोना पड़ा है. तहरीर के आधार पर सारनाथ पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 (A) के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.