भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने सरकार को घेरा: UP की कानून व्यवस्था पर भी उठाए सवाल, बोले करेंगे बड़ा आंदोलन...
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रविवार को वाराणसी पहुंचे. उन्होंने संत रविदास जी के प्रकाश पर्व पर सिरगोवर्धन स्थित जन्मस्थली पहुंचे.
वाराणसी, भदैनी मिरर। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रविवार को वाराणसी पहुंचे. उन्होंने संत रविदास जी के प्रकाश पर्व पर सिरगोवर्धन स्थित जन्मस्थली पहुंचे. दर्शन-पूजन के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा की जबसे मैंने होश संभाला है तबसे मैं उस भूमि को नमन करने आया हूं, जहां से पूरे देश में समता-समानता, बंधुत्व- भाईचारे का संदेश दिया. उन्होंने कहा की आज भी देश में कर्म को नहीं जाति को प्रधान माना जाता है.
अब हमारे लोग पढ़ने लगे है
चंद्रशेखर ने कहा की भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आरएसएस के लोगों को मेरा संदेश है की पहले हमें पढ़ने का अधिकार नहीं था अब हमें पढ़ने का हक है. देश और दुनिया के अच्छी यूनिवर्सिटीज में हमारे लोग पढ़ रहे है. वह पढ़ते है तो संस्कृत भी पढ़ते है और वह 'ढोल, गंवार, सुद्र, पसू, नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी' यह भी पढ़ने लगे है. किस तरह से एक जाति, एक वर्ग और महिलाओं को ग्रंथों में कुछ विशेष लेखकों ने अपमानित किया है. इस बात का हमें भी पीड़ा है की भारतीय संविधान सभी को समानता का अधिकार देता है तो आज हम अपमानजनक चीजों को हटाने की मांग करते है तो वह गलत नहीं है.
यूपी की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
चंद्रशेखर आजाद ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा की यूपी में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का यूपी में रहना दुभर हो गया है. उनके साथ हत्या या अपराध हो रहे है तो भी कार्रवाई नहीं हो रही है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता कोई अपराध करते है तो कोई कार्रवाई नहीं होती है और आम आदमी मुंह से कुछ बोल भी दे रहा है तो उसे जबरन मुकदमें लिखकर जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा की अब हमारा समाज जागरूक हो रहा है, हम इनके झूठे वादों में नहीं आएंगे. यह हमारे वोट बैंक को लूटना चाहते है. हमें जो थोड़ा -बहुत अधिकार आरक्षण और एससीएसटी के रूप में मिला है अब उसे लूटना चाहते है. नौकरियां ख़त्म कर दी, यूपी के सीएम बताए बिना लीक के कोई पेपर हुआ है आज तक?
बजट को लेकर साधा निशाना
बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए चंद्रशेखर ने कहा की दो खूबियां है. पहला तो शिक्षा का बजट कम कर दिया गया ताकि लोग अनपढ़ बने रहे और दूसरा हेल्थ का बजट कम किया ताकि लोग इलाज न मिलने के कारण जल्दी-जल्दी मर जाए. यह गरीबी हटाने वाली नहीं गरीबों को हटाने वाली और बेरोजगारी नहीं बेरोजगारों को लाठी से पीटकर जेल भेजने वाली सरकार है. जिस दिन देश का बेरोजगार खड़ा हो जायेगा उस दिन इन लोगों को उल्टे पैर भागना पड़ेगा. वर्ष 2024 से पहले जातीय जनगणना को लेकर पूरे देश और प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने जा रहे है, जिले जिले जाकर. वर्ष 2024 में बड़ा आंदोलन कर पिछड़े और दलित को जागरूक करेंगे जो सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी.