रामचरित मानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भड़के अधिवक्ता, एडिशनल पुलिस कमिश्नर से मिलकर FIR दर्ज कराने की मांग...

समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा बीते 22 जनवरी को रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान  को लेकर आक्रोशित अधिवक्ता मंगलवार की दोपहर 12 बजे पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुँचे.

रामचरित मानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर भड़के अधिवक्ता, एडिशनल पुलिस कमिश्नर से मिलकर FIR दर्ज कराने की मांग...

वाराणसी,भदैनी मिरर। समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा बीते 22 जनवरी को रामचरित मानस पर दिए गए विवादित बयान  को लेकर आक्रोशित अधिवक्ता मंगलवार की दोपहर 12 बजे पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुँचे.

इस दौरान अधिवक्ता व बीजेपी के महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि बीते रविवार को आज तक न्यूज चैनल के एक इंटरव्यू के दौरान एमएलसी स्वमी प्रसाद मौर्य ने तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित मानस पर बैन लगाने की बात कही जो कि निंदनीय है. उन्हें कोई अधिकार नही की वह किसी भी धर्मग्रन्थ पर बैन लगाने की बात कहें या टिका टिप्पणी करें. उन्होंने अपने इस बयान से पूरे हिन्दू धर्म का अपमान किया है. उनके इस कृत्य से न सिर्फ हम अधिवक्ताओ की बल्कि पूरे हिन्दू समाज की भावनाएँ आहत हुई हैं, इसलिए आज हम सभी ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर से मिलकर उन्हें पत्रक सौपते हुए यह मांग की है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए. एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने हमें आश्वस्त किया है कि इस लीगल ओपिनियन लेकर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.