करोड़ों के गबन के आरोपित बिजली निगम के लेखाकार ने कोर्ट में किया समर्पण, भेजा गया न्यायिक हिरासत में जेल...

पूर्वांचल वितरण निगम लिमिटेड के डिस्कॉम के लेखाकार केशवेंद्र ने पुलिस को चकमा देकर शुक्रवार को एसीजेएम तृतीय पवन सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया.

करोड़ों के गबन के आरोपित बिजली निगम के लेखाकार ने कोर्ट में किया समर्पण, भेजा गया न्यायिक हिरासत में जेल...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्वांचल वितरण निगम लिमिटेड के डिस्कॉम के लेखाकार केशवेंद्र ने पुलिस को चकमा देकर शुक्रवार को एसीजेएम तृतीय पवन सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. अदालत ने उसे 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.

प्रयागराज के खुल्दाबाद के मूल निवासी और रोहनिया थाना के आलोक नगर कॉलोनी, सगहट में रहने वाले केशवेंद्र द्विवेदी के गबन की पोल ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए हैदराबाद की कंपनी मेसर्स एनसीसी लिमिटेड कार्यदायी संस्था की सूचना पर खुली. फर्म ने बताया कि उसका भुगतान तीन अप्रैल तक बैंक खाते में नहीं किया गया है. फर्म की सूचना पर पता करने पर सामने आया कि पैसा केनरा बैंक स्थित उसके खाते में न जमा कर इंडियन बैंक के अकाउंट में जमा किया गया है. इंडियन बैंक ने बताया कि जिस अकाउंट में पैसा आया है वह केशवेंद्र द्विवेदी का है.

जिसके बाद विभाग के अफसरों को शंका हुआ. केशवेंद्र से अफसरों ने पूछताछ की, जिसके बाद जानकारी लग सकी. केशवेंद्र की विभागीय जांच शुरु हुई जिसके बाद डिस्कॉम मुख्यालय के लेखाधिकारी अजीत कुमार जायसवाल ने चितईपुर पुलिस को छह करोड़ के गबन की लिखित शिकायत की. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया. केशवेंद्र तब से फरार था.

चितईपुर पुलिस ने बताया कि केशवेंद्र के पास से कुछ पैसे विभाग से रिकवर किए है, बाकी के पैसे और अब तक कुल कितने पैसे का गबन किया गया है इसके पूछताछ के लिए केशवेंद्र को अदालत की अनुमति से कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है.