DCP काशी जोन ने की दुर्गा पूजा को लेकर बैठक, परंपरागत होगी मूर्ति स्थापना, सार्वजनिक मार्गों पर न हो अतिक्रमण...
कमिश्नरेट पुलिस ने आगामी दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां शुरु कर दी है. थानेवार पीस कमेटी की बैठक भी शुरु हो गई है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। कमिश्नरेट पुलिस ने आगामी दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां शुरु कर दी है. थानेवार पीस कमेटी की बैठक भी शुरु हो गई है. पुलिस उपायुक्त (DCP) काशी जोन आर.एस. गौतम ने कोतवाली में एसीपी कोतवाली त्रिलोचन त्रिपाठी की मौजूदगी में सभी संप्रदायों के धर्मगुरुओं व संभ्रांत व्यक्तियों के के साथ पीस कमेटी की बैठक की. सबसे पहले डीसीपी ने धर्म गुरुओं, पदाधिकारियों और क्षेत्र के सम्भ्रान्त व्यक्तियों से त्यौहार को लेकर उनकी समस्याओं को सुना गया और शांति/सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्यौहार मनाये जाने की अपील की गयी.
दुर्गापूजा को लेकर डीसीपी द्वारा दिए गए यह निर्देश
1. डीसीपी काशी- जोन आर एस गौतम ने कहा की दुर्गा प्रतिमा परम्परागत स्थलों पर ही स्थापित होगी. सार्वजनिक स्थलों या मार्गों पर भंण्डारा का आयोजन व प्रतिमा स्थापित न करें एवं दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने से पहले अनुमति आवश्यक प्राप्त कर ले.
2. सुरक्षा के दृष्टिकोण से आयोजकों को निर्देश दिया गया कि पण्डाल के आस-पास अग्निशमक यंत्रों तथा बालू व पानी की उचित व्यवस्था रखें और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करें ताकि किसी भी प्रकार की घटनाओं पर नजर रखी जा सके व महिलाओं के साथ छेड़छाड़ आदि घटनाएं न हों।
3. पुलिस उपायुक्त काशी-जोन ने निर्देशित किया की पंडालों में आयोजित कार्यक्रमों में कूपन व लॉटरी से संबंधित किसी भी प्रकार का आयोजन न करें.
4.डीसीपी काशी-जोन ने निर्देशित किया की कोई भी लाउडस्पीकर का प्रयोग तेज ध्वनि में नही करेगा.
न्यायालय के आदेशानुसार निर्धारित डेसीबल में ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग किया जायेगा. यह सुनिश्चित किया जायेगा कि लाउड स्पीकर की आवाज कार्यक्रम स्थल से बाहर न जाये.
5. बैठक के दौरान निर्देशित किया गया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान कोई भी व्यक्ति लाठी-डंडा नहीं लेकर जाएगा व मार्ग में किसी भी व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं करेगा तथा मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम निर्धारित मार्ग व स्थान पर ही होगा.
6. डीसीपी काशी जोन ने गोष्ठी में मौजूद सभी व्यक्तियों से अपील की गयी कि आप लोग अफवाहों से बचें, यदि कोई व्यक्ति चाहे वह किसी भी धर्म संप्रदाय का हो अफवाह फैलाते हो तो संबंधित प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्ष एवं पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर अवगत कराएं. यदि कोई व्यक्ति अफवाहों पर विचार कर किसी प्रकार का कोई उद्दंडता करेगा तो उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
7. बैठक में चेताया गया की सोशल मीडिया/अन्य माध्यमों से नफरत व द्वेष फैलाने वाले अफवाहों से बचें तथा स्वयं भी सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार को कोई मैसेज न भेजे जिससे कानून व्यवस्था के प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होने पाये. सोशल मीडिया पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।