UP पुलिस के सिपाही ने शिक्षक को गोलियों से भूना, खैनी को लेकर शुरु हुआ विवाद, जाने पूरा मामला...

यूपी पुलिस का वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल ने शिक्षक को मुजफ्फरनगर में गोलियों से भून डाला. घटना से जिले में हड़कंप मचा हुआ है.

लखनऊ, भदैनी मिरर। यूपी पुलिस का वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल ने शिक्षक को मुजफ्फरनगर में गोलियों से भून डाला. घटना से जिले में हड़कंप मचा हुआ है. सिपाही ने सरकारी कार्बाइन से शिक्षक पर गोलियां बरसाई है. वाराणसी से हाईस्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर वाहन से मुजफ्फरनगर पहुंचे थे. मृतक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार चंदौली जिले के बैरठ के निवासी है.

जानकारी के अनुसार 17 मार्च की रात्रि में थाना सिविल लाईन को सूचना मिली कि जनपद वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर आए मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार को गोली मार दी है. सूचना पर थाना सिविल लाईन पुलिस मौके पर पहुंची. जांच में पता चला कि जनपद वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार व संतोष कुमार पुलिस गार्द जिसमें दरोगा पिस्टल के साथ नागेन्द्र चौहान व कार्बाईन के साथ मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश पुलिस लाईन वाराणसी से और 2 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेन्द्र मौर्य व कृष्णप्रताप वाहन से दिनांक 14 मार्च को वाराणसी से चले थे.

यह टीम रास्ते में जनपद प्रयागराज, शहाजहाँपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर 17 मार्च की रात्रि में जनपद मुजफ्फरनगर पहुंचे. एसडी इण्टर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही सभी विश्राम कर रहे थे. गाड़ी में आगे ड्राईवर के साथ दरोगा नागेन्द्र चौहान व अध्यापक संतोष कुमार थे. पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार व दोनो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगण थे. सभी से  पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश शराब के नशे में था और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बार-बार तम्बाकू (खैनी) मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था. जब अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार द्वारा इस पर आपत्ति की गयी तो मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश द्वारा उन पर सरकारी कार्बाईन से अनियंत्रित फायर खोल दिया, जिससे अध्यापक धर्मेन्द्र निवासी बैराठ (रामगढ) चंदौली गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें थाना सिविल लाईन पुलिस द्वारा तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ पर डॉक्टर द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.