BHU कैंपस के विभाजन का ABVP ने किया विरोध, कैंपस की सुरक्षा बढ़ाने की मांग...

आईआईटी-बीएचयू और बीएचयू के बीच दीवार खड़ी करने की बात पर सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक विरोध शुरु हो गया है.

BHU कैंपस के विभाजन का ABVP ने किया विरोध, कैंपस की सुरक्षा बढ़ाने की मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। आईआईटी-बीएचयू और बीएचयू के बीच दीवार खड़ी करने की बात पर सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक विरोध शुरु हो गया है. सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने हल्लाबोल दिया है. केन्द्रीय कार्यालय के बाहर एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने जमकर नारेबाजी करते हुए महामना की बगिया के विभाजन का विरोध किया.

प्रशासनिक लापरवाही से हुई घटना

एबीवीपी के अभय सिंह ने कहा की IIT-BHU की छात्रा के साथ हुई घटना शर्मनाक है, ऐसी घटनाएं विश्वविद्यालय के अंदर हो तो प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है. पीड़ित छात्रा को न्याय मिलना चाहिए. विश्वविद्यालय कैंपस में सुरक्षा की अनदेखी के कारण ऐसी घटनाएं हुई है. इसका प्रमुख कारण सुरक्षाकर्मियों की कमी, CCTV सहित अन्य संसाधनों की कमी एवं परिसर में रात्रिकालीन बड़े पैमाने पर बाहरी अराजक तत्वों का जमावड़ा है.

पुनीत मिश्रा ने कहा कि वर्ष 1916 में ही महामना ने वर्तमान की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की नीव रखी थी जिसमें एक ही परिसर से सम्पूर्ण विषयों की शिक्षा की व्यवस्था बनाई गई थी. कैंपस के किसी की हिस्से में छात्र-छात्राओं के साथ घटित होने वाली आपराधिक घटना संपूर्ण परिसर की छात्राओं एवं छात्रों के लिए असुरक्षा का विषय है. एवं इसका समाधान महामना के बनाए परिसर को विभाजित करने से नहीं बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने से होगा. 


ABVP के छात्रों का तीन सूत्रीय मांग 

1. बीएचयू परिसर में सभी चौराहों पर तत्काल उन्नत श्रेणी के CCTV कैमरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। वर्तमान में लगे CCTV कैमरों की गुणवत्ता की भी जांच हो।

2.परिसर में सुरक्षाकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए जो की पूर्व में कम किए गए थे।

3. परिसर में सायंकालीन बाहरी अराजक तत्वों के जमावड़े को प्रतिबंधित करने के साथ ही वाहनों के प्रवेश को रोका जाए। 

4. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में विभाजन करने के प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगाई जाए।