BHU इमरजेंसी के बाहर अमिताभ ठाकुर ने दिया धरना, बोले - आरोपित बाउंसरों की हो गिरफ्तारी, मरीजों को लेकर भी की यह मांग...

बीएचयू अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में बाउंसरों द्वारा पत्रकार ओमकार नाथ के साथ मारपीट कर लूट करने के मामले में आरोपित बाउंसरों की गिरफ्तारी न होने से नाराज पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर शुक्रवार को बीएचयू अस्पताल पहुंचे.

BHU इमरजेंसी के बाहर अमिताभ ठाकुर ने दिया धरना, बोले - आरोपित बाउंसरों की हो गिरफ्तारी, मरीजों को लेकर भी की यह मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में बाउंसरों द्वारा पत्रकार ओमकार नाथ के साथ मारपीट कर लूट करने के मामले में आरोपित बाउंसरों की गिरफ्तारी न होने से नाराज पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर शुक्रवार को बीएचयू अस्पताल पहुंचे. जहां पहले से मौजूद चीफ प्रॉक्टर अभिमन्यु सिंह के साथ डिप्टी चीफ प्रॉक्टर मौजूद रहे. अमिताभ ठाकुर को समझाने का चीफ प्रॉक्टर व इमरजेंसी इंचार्ज डाक्टर अभिषेक पाठक ने खूब कोशिश की लेकिन अमिताभ ठाकुर के प्रश्नों की झड़ी का जवाब न मिलने पर वह धरने पर बैठ गए. सूचना पर पहुंचे एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह ने समझाकर ज्ञापन लिया, जिसके बाद वह माने.

डॉक्टर न लिखे बाहर की दवा और जांच

अमिताभ ठाकुर जैसे ही अस्पताल पहुंचे वैसे ही उन्हें पहचानने वालों ने घेर लिया. किसी का दर्द बाहर लिखी जाने वाली महंगी जांच का था, तो किसी को बाहर लिखे जाने वाली दवा का. सभी ने बारी बारी से उनको अपनी तकलीफ बताई. अमिताभ ठाकुर ने कहा की ड्यूटी पीरियड में मैं पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में तैनात रहा, जहां की जनता बीएचयू के डॉक्टरों पर आंख बंद कर भरोसा करती है. डाक्टर पाठक समझाते रहे की यहां मरीजों का लोड ज्यादा होने की वजह से ऐसी दिक्कतें आती है, अंदर भी फार्मेसी और जेनेरिक दवाओं की दुकानें है, लेकिन अमिताभ का साफ कहना था की डॉक्टर के पर्चे पर ही मेडिकल स्टोर का नाम लिखा जा रहा है.

कार्रवाई न होने पर जताई नाराजगी

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा बीएचयू अस्पताल में बाउंसरो को तत्काल हटाया जाए. आखिर जब बीएचयू का अपना प्रॉक्टोरियल बोर्ड है तो फिर बाउंसरों का क्या काम? बार और डिस्को के बाहर काम करने वाले बाउंसरों का मरीजों के बीच में क्या काम? मरीजों के बीच उन्हे कैसा व्यवहार करना है, क्या इसका प्रशिक्षण उन्हे प्राप्त है? 
आखिर पत्रकारों और मरीजों के साथ हुई मारपीट मामले में इतने दिन बीत जाने के बाद भी सीसीटीवी वीडियो विश्वविद्यालय प्रशासन क्यों नहीं दे पा रही हैं? 

 पूर्व आईपीएस अधिकारी की यह रही तीन मांग

-बीएचयू अस्पताल से बाउंसरो को तत्काल हटाया जाए

-पत्रकार ओमकारनाथ वाले मामले में 392 धारा होने के बाद गिरफ्तार नहीं हुए, तत्काल गिरफ्तारी हो

- दूसरे पत्रकार प्रहलाद के मामले में तत्काल FIR दर्ज किया जाए

एसीपी के आश्वासन पर माने अमिताभ

सूचना पाकर एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने आश्वासन दिया की प्रह्लाद पांडेय के मामले में चीफ प्रॉक्टर से जांचोपरांत रिपोर्ट मांगी गई है, जैसे ही रिपोर्ट आती है प्रकरण में कार्रवाई कर दी जाएगी. जिसके बाद अमिताभ ठाकुर ने मुख्य आरक्षाधिकारी अभिमन्यु सिंह और एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह को ज्ञापन सौंपा.