पूरे उत्तर भारत में भीषण ठंड का कहर जारी है। रविवार को वाराणसी में भी मौसम ने अचानक करवट बदली, जिससे शहरवासियों को कश्मीर जैसी कड़ाके की सर्दी का अनुभव हुआ। इस मौसम में पहली बार ऐसा हुआ कि 10 घंटे से ज्यादा समय तक धूप नहीं निकली। घाट से लेकर शहर तक पूरा शहर कोहरे की आगोश में लिपटा रहा, लोग सड़कों पर जगह – जगह अलाव तापते दिखाई दिए।
गलन भरी पछुआ हवाओं का कहर
दिनभर 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पछुआ हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया। पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री था, जो रविवार को 6.5 डिग्री पर आ गया। दृश्यता का हाल यह रहा कि वातावरण के ऊपरी हिस्से में शून्य दृश्यता रही, जबकि सड़क पर यह केवल 50 मीटर तक सीमित रही।
सर्दी से राहत की उम्मीद नहीं
बीएचयू के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते पूरे सप्ताह कोल्ड वेव जारी रहने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना जताई गई है, जिससे ठंड और बढ़ेगी।
ट्रेनों की लेटलतीफी ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी
कोहरे के कारण रविवार को वाराणसी आने-जाने वाली ट्रेनें अपने समय से 9 से 10 घंटे तक देरी से चलीं। दिल्ली रूट पर ट्रेन संचालन सबसे अधिक प्रभावित रहा। 22436 नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत 9 घंटे की देरी से पहुंची, जबकि 22435 वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत 10 घंटे की देरी से रवाना हुई।
तापमान और नमी का हाल
रविवार को अधिकतम तापमान औसत से 6.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा और 14.4 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान औसत से 2.3 डिग्री कम रहा और 6.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वातावरण में नमी 92% रही, जो इस सीजन की सर्वाधिक है, जिससे गलन और बढ़ गई।
पिछले पांच दिनों में मौसम का हाल
तिथि | अधिकतम (°C) | न्यूनतम (°C) |
---|---|---|
5 जनवरी | 14.4 | 6.5 |
4 जनवरी | 14.8 | 9.8 |
3 जनवरी | 15.8 | 6.5 |
2 जनवरी | 15.8 | 5.7 |
1 जनवरी | 16.3 | 11.2 |
पिछले 10 सालों में 5 जनवरी का मौसम
साल | अधिकतम (°C) | न्यूनतम (°C) |
---|---|---|
2025 | 14.4 | 6.5 |
2024 | 18.7 | 14.6 |
2023 | 13.5 | 4.6 |
2022 | 17.4 | 10.1 |
2021 | 23.2 | 15.0 |
2020 | 17.2 | 10.2 |
2019 | 23.4 | 9.5 |
2018 | 14.6 | 7.4 |
2017 | 19.6 | 10.0 |
2016 | 24.9 | 9.4 |
2015 | 22.5 | 13.0 |