अमेरिका से 104 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर दिया गया है, जिन्हें लेकर अमेरिकी सैन्य विमान C-17 बुधवार को श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इन निर्वासित लोगों में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात के निवासी शामिल हैं।


पंजाब, हरियाणा और गुजरात के नागरिकों की संख्या अधिक
अमेरिका से लौटाए गए 104 भारतीयों में सबसे अधिक संख्या पंजाब, हरियाणा और गुजरात से है। इनमें पंजाब के 30 लोग शामिल हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इन लोगों से पूछताछ के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।

डीजीपी का बयान: राज्य सरकार करेगी मदद

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने इन प्रवासियों की सहायता के लिए एयरपोर्ट पर विशेष काउंटर स्थापित किए हैं। वहीं, पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने अमेरिकी सरकार के इस फैसले पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इन लोगों को स्थायी निवास देना चाहिए था, क्योंकि उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है।



अवैध अप्रवास का बढ़ता संकट
मंत्री धालीवाल ने कहा कि कई भारतीय अमेरिका में वर्क परमिट पर जाते हैं, लेकिन परमिट की अवधि समाप्त होने के बाद वे अवैध अप्रवासी बन जाते हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका में रह रहे पंजाबियों की चिंताओं और हितों को लेकर वे जल्द ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे।


नागरिकों को अवैध तरीकों से विदेश जाने से बचने की अपील
मंत्री धालीवाल ने पंजाबियों से अवैध रूप से विदेश यात्रा न करने की अपील की और कानूनी तरीकों से विदेश जाने, शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि लोग विदेश यात्रा से पहले कानूनी प्रक्रियाओं की जानकारी प्राप्त करें और भाषा व अन्य आवश्यक कौशल हासिल करें ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

राज्य सरकार अब इन डिपोर्ट किए गए नागरिकों के पुनर्वास और आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है। सरकार की कोशिश होगी कि लोग सुरक्षित और कानूनी तरीके से विदेश जा सकें और अवैध अप्रवासन की समस्या को रोका जा सके।